भले ही आप अपने कमरे को बंद करके कई घंटों उसमें अंदर रहे, आपको कोई परेशानी नहीं होगी। अगर इस पूरे घटनाक्रम को हम दूसरे नजरिए ये देखें, मसलन- कोई हमें बाहर से बंद कर दे तो हमारे अंदर एक बेचेनी पैदा होगी, जो हमें वहां आराम से बैठने नहीं देगी। अमूमन हर कोई अपने ऊपर किसी प्रकार की बंदिश नहीं चाहता। क्या पंक्षी और क्या आदमी। एक पंक्षी भी पिंजरे में मजबूरी में बंद रहता है और मौका पाते ही नीले आकाश में उड़ जाने की चाहत रखता है। बात किसी आदमी की करें तो उनके स्वभाव में बंधक बनकर रहना, उन्हें कभी पसंद नहीं आता, लेकिन हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे शख्स के बारे में जो 25 साल पहले जेल से भाग गया था, लेकिन एक बार फिर उसे बंधक बनकर रहना, उस नीले आकाश के नीचे घूमने से ज्यादा बेहतर लगा है। आखिर क्या हुआ, जो जेल से भागने के 25 साल बाद वह लौटकर जेल में बंद होने के लिए आ गया।
असल में यह कैदी कोच्चि के मतानचैरी का रहने वाला नजर है। सन् 1991 में हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद नजर को सजा सुनाई गई और उसे जेल भेज दिया गया। सन् 1992 में दिसंबर माह में वह 30 दिन की पैरोल पर फरार हो गया। उसे काफी खोजा गया लेकिन वह किसी की पकड़ में नहीं आया। इस बात को अब 25 साल हो गये हैं। नजर की उम्र 55 साल हो गई है। इस घटना को लेकर अब कोच्चि पुलिस ने बताया कि एक दिन नजर खुद ही जेल में वापस लौट आया। उसने खुद ही जेल के अफसरों को अपने जेल से भागने की पूरी कहानी सुनाई और बताया कि वह इतने समय कहां रहा। इसके बाद उसने बताया कि अब उसे कैंसर हो गया है। ऐसे में वह जेल में वापस आ गया।
जेल में मौजूद पुलिस अधिकारियों ने पुराने आंकड़ों को खंगालने के बाद उसे एक बार फिर जेल में बंद कर दिय। आपको बता दें कि नजर अविवाहित है और वो भाग कर खाड़ी देश चला गया था,लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि वह कैंसर जैसी भंरकर बामारी पीड़ित है तो उसे दुनिया में अपना कोई सहारा नहीं दिखा और वह 25 साल जेल वापस लौट आया।