नई दिल्ली । मनुष्य किसी भी भाषा के ज्ञान को अपनी बोली में ज्यादा अच्छे से समझ पाता है इसी बात को ध्यान में रखते हुए एनसीईआरटी ने सरकारी स्कूलों में बच्चों को हिंदी भाषा सिखाने के लिए नई योजना बनाई है। एनसीईआरटी की तरफ से सरकारी स्कूलों की पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को हिंदी के "कलरव" को ब्रज, अवधी , भोजपुरी और बुंदेलखंड़ी जैसी देशज भाषा में सिखाने का काम किया जाएगा।
यें भी पढ़ें- देश से फरार हीरा कारोबारी ‘नीरव’ को जल्द लाया जाएगा भारत, विशेष कोर्ट ने प्रत्यर्पण की अपील की मंजूर
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने हिंदी की किताबों का अनुवाद देशज भाषा में करवाना शुरू भी कर दिया है जिसमें से अवधी भाषा की किताबें डिजिटल और ऑडियो में छप भी गई हैं तो वहीं बुंदेलखंडी, भोजपुरी और ब्रज भाषा में अनुवाद का काम चल रहा है। बता दें कि अनुवाद की गई किताबें देश के उन राज्यों में जाएगी जहां इन भाषाओं का प्रयोग होता है।
यें भी पढ़ें- गढ़वा में नक्सलियों का जगुआर फोर्स पर हमला, 6 जवान शहीद 5 घायल
एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक अजय कुमार सिंह ने कहा है कि अभी हम अनुवाद की गई पुस्तकों का प्रयोग पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों पर कर रहे हैं । अगर इस प्रयोग का फायदा होता है तो तीसरी कक्षा के छात्रों की हिंदी की पुस्तकों का भी अनुवाद और ऑडियो तैयार किया जाएगा।