नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देशभर के शिक्षामित्रों को राहत देते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत सरकार ने 11 लाख अप्रशिक्षित शिक्षामित्रों को पेशे का प्रशिक्षण देने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी शिक्षकों को 15 सितंबर तक एनआईओएस (ओपन स्कूल) की वेबसाइट पर खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। मंत्रालय से जारी हुए बयान में कहा गया है कि जिन शिक्षकों ने 12वीं पास नहीं की है या उनके 50 फीसदी से कम अंक है उन्हें पेशे के प्रशिक्षण के लिए दोबारा इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करनी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, शिक्षकों को मंत्रालय के पोर्टल और डीटीएच चैनल स्वयंप्रभा के जरिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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इन्हें d.l.e.d का कोर्स कराया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे शिक्षकों की संख्या अधिक है जो 12वीं पास नही हैं और उनके 50 फीसदी से भी कम अंक हैं। जबकि 2010 से पूर्व शिक्षक बनने के लिए 12वीं में 50 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होता था। ऐसे में शिक्षकों को दोबारा 12वीं पास करने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि 11 लाख सेवारत अप्रशिक्षित शिक्षकों में से 7 लाख निजी स्कूलों में हैं तो 2.5 लाख सरकारी स्कूलों में, ऐसे हैं जिन्होंने केवल एक साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उनका एक साल बाकी है।
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सरकार ने यह फैसला लेते हुए साफ किया है कि यह प्रशिक्षण का आखिरी मौका है। यदि इस बार कोई चूक हुई तो फिर शिक्षक किसी भी रूप में काम नहीं कर पाएंगे।