बनारस हिन्दू यूनिर्वसिटी (BHU) ने आर्टस और सोशल साइंस फैक्ल्टी के अंडरग्रेजुएट कोर्स में को-एजुकेशन की शुरुआत कर दी है। इसका मतलब है कि इन कोर्स में अब लड़कियां भी दाखिला ले सकेंगी। रिपोर्ट के अनुसार, फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के डीन पंकज कुमार ने बताया है कि दो फैकल्टी में को-एजुकेशन शुरू करने की योजना साल 2015 में ही तैयार की गई थी, लेकिन कुछ समस्याओं के चलते उसे लागू नहीं किया जा सका था। अब वर्ष 2017 में इसे योजना के तहत आर्टस और सोशल साइंस के अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में को-एजुकेशन व्यवस्था की शुरुआत की गई है।
वहीं उन्होंने बताया कि वाइस चांसलर गिरीश त्रिपाठी के निर्देश के बाद यह व्यवस्था इस वर्ष में नए सेशन से लागू की गई है। बता दें कि फैकल्टी ऑफ आर्टस बीएचयू के सबसे पुराने विभागों में से एक है। साल 1971 तक आर्टस और सोशल साइंस को एक फैकल्टी के तहत रखा गया था और यह एक ही सिंगल बॉडी की तरह काम करते थे। इसके कुछ समय बाद सोशल साइंस विभाग को अलग फैकल्टी के तौर पर बनाया गया। साल 1929 में महिला महाविद्यालय की स्थापना की गई थी। अंडर ग्रेजुएट कोर्स में लड़कियों को इसी महाविद्यालय में दाखिला मिलता था जबकि पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में वो को-एजुकेशन का हिस्सा होती थी, लेकिन अब यह व्यवस्था अंडरग्रेजुएट लेवल से ही शुरू कर दी गई है।
आपको बता दें कि बीएचयू की तीन संस्थाएं, 14 फैकल्टी, 140 विभाग, 4 इंटर-डिसिप्लिनरी सेंटर्स हैं। इसके अलावा महिलाओं के लिए एक कॉलेज और तीन स्कूल भी हैं। BHU में ह्यूमैनिटीज की सभी शाखाओं, सोशल साइंस, टेक्नोलॉजी, मेडिकल, साइंस, फाइन आर्ट्स और परफॉर्मिंग आर्ट्स की पढ़ाई होती है।