नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के 70 से ज्यादा कॉलेजों ने पिछली बार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किए थे, लेकिन कॉलेजों की तरफ से उन विज्ञापित पदों पर इंटरव्यू नहीं लिये गए। इन विज्ञापित नियुक्तियों पर करीब 2 लाख लोगों ने अपलाई किया था। इस मामले पर अब डीयू के जॉइंट रजिस्ट्रार ने सभी कॉलेजों को लेटर लिखकर विवाद खड़ा न करने को कहा है। साथ ही कॉलेजों को आवेदकों की फीस लौटाने के लिए भी कह दिया गया है। आवेदन की यह फीस 250 से 500 रुपये थी।
बता दें कि हर कॉलेज ने 15 से 20 विषयों के लिए आवेदन मांगे थे। बड़ी संख्या में लोगों ने इन नियुक्ति के लिए आवेदन किए थे, लेकिन कुछ समस्याओं के चलते इंटरव्यू नहीं हो पाए थे। ऐकडेमिक काउंसिल के सदस्य डॉ हंसराज ने बताया कि इस पूरे मामले को काउंसिल की बैठक में उठाया गया था। यह बात वर्ष 2015 की है, हर कॉलेज के पास 20 से 25 लाख रुपये आवेदन फीस के जमा हो गए थे। कॉलेजों ने यह भी साफ नहीं किया था कि एकत्रित हुए फीस को फंड को कॉलेज के अकाउंट में रखा गया था या नहीं।