नई दिल्ली।
एनसीईआरटी की कक्षा12वीं की किताबों में बदलाव किया गया है। अब कक्षा 12वीं की किताब में गुजरात दंगों को मुस्लिम विरोधी नहीं बताया जाएगा। यह फैसला कोर्स रिव्यू कमेटी में लिया गया। एनसीईआरटी की 12वीं कक्षा की पॉलिटिकल साइंस की किताब Politics In India Since Independence.... के पेज नंबर 187 पर Anti—Muslim riots in Gujarat हेडिंग के साथ बच्चों को जानकारी दी जा रही थी। कमेटी में फैसला किया गया कि अब इन दंगों को गुजरात दंगा के नाम से पढ़ाया जाएगा। बता दें कि 2007 में यूपीए शासनकाल के दौरान किताब में यह चैप्टर शामिल किया गया था।
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एनसीईआरटी ने किताबों के बदलाव पर कहा कि यह कदम किताबों को अपडेट रखने का नियमित काम है। एनसीईआरटी के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीएसई द्वारा उठाए गए प्वाइंट्स को भी एनसीईआरटी ने शामिल किया है। उन्होंने कहा कि किताबों में यह बदलाव कर दिए जाएंगे और साल के आखिर में किताबों के फिर से छपने के बाद यह देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी सभी किताबों की समीक्षा कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नवीनतम घटनाक्रम उसमें शामिल हो सकें।
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गौरतलब है कि गुजरात दंगे सबसे भीषण दंगे माने जाते हैं। फरवरी-मार्च 2002 में हुए इन दंगों में 800 मुसलमान और 250 हिंदू मारे गए थे। ये दंगे 27 फरवरी को गोधरा में 57 कारसेवकों की मौत के बाद भड़के थे। इससे एक हफ्ते पहले ही एनसीईआरटी ने 12वीं कक्षा की राजनीति-विज्ञान की पाठ्य-पुस्तक से पूर्वी एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के मानचित्र को बदलने का फैसला किया था। इस मानचित्र में अक्साई चिन को कथित रूप से विवादित क्षेत्र के तौर पर दिखाया गया है।