नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने वाले छात्रों को अब नामांकन के समय परीक्षा शुल्क नहीं देना पड़ेगा। दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने फीस जमा करने के लिए पूल सिस्टम की शुरुआत की है। इस सिस्टम के तहत अगर छात्र ने एक काॅलेज में एडमिशन के लिए पैसे जमा कर दिए हैं और कटआॅफ आने के बाद वह दूसरे काॅलेज में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे दोबारा पैसे नहीं चुकाने पड़ेंगे। अगर कोर्स की फीस कम होगी तो उसे पैसे वापस कर दिए जाएंगे।
बाद में ली जाएगी परीक्षा फीस
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने पिछले साल ही नामांकन के समय ही परीक्षा शुल्क लेने की व्यवस्था शुरू की थी। डीयू अधिकारियों के अनुसार ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वह चाहते हैं कि पहले छात्र दाखिला लेकर स्थिर हो जाएं। उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू हो। अधिकारियों का कहना है कि प्रवेश लेने के बाद सेमेस्टर परीक्षा शुरू होने में काफी समय रहता है। ऐसे में परीक्षा फीस बाद में भी ली जा सकती है।
दोबारा नहीं देने होंगे पैसे
वहीं एक अन्य फैसले के तहत इस बार डीयू ने दाखिला फीस के लिए पूल फीस सिस्टम की शुरुआत की है। इस सिस्टम के तहत एक कॉलेज में दाखिला लेकर यदि किसी छात्र ने फीस चुका दी है और वह अगली कट ऑफ में दाखिला रद्द कराकर दूसरे कॉलेज में जाना चाहता है तो उसे कुछ ही राशि का भुगतान करना होगा। उदाहरण के लिए अगर किसी कॉलेज में किसी कोर्स की फीस 5000 हजार है और किसी दूसरे कॉलेज में उस कोर्स की फीस 6000 है तो उसे केवल एक हजार का ही भुगतान करना होगा। अगर फीस कम है तो उसकी फीस वापस कर दी जाएगी।
छात्रों को परेशानी से मिलेगी निजात
दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह फैसला इस वजह से लिया है कि छात्रों को नामांकन रद्द कराने के बाद परीक्षा फीस लौटाने की परेशानी से बचा जा सके। अक्सर ऐसा होता है कि छात्र आखिरी समय पर नामांकन रद्द कराकर दूसरे काॅलेजों में दाखिला लेते हैं।