नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर एनडीए और यूपीए में बैठकों का दौर तेज हो गया है। इस बीच राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का चयन करने के लिए भाजपा की गठित कमेटी के सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले। भाजपा की इस कमेटी में शामिल राजनाथ सिंह, वेकैंया नायडू और अरुण जेटली शामिल हैं, जो राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक आम सहमति बनाने को लेकर सोनिया गांधी से मिले थे। इस बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया को बताया कि भाजपा के पास राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए कोई भी ऐसा नाम नहीं है, जिस पर दोनों दलों में आम सहमति बन सके। वह उल्टा हमसे बेहतर उम्मीदवार के लिए पूछ रहें है।
बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मीदवार को चुनने के लिए सोमवार को तीन सदस्य एक कमेटी का निमार्ण किया था। यह सभी सदस्य अभी तक काग्रेंस, बीएसपी, एनसीपी, टीडीपी, सीपीआई और एआईएनसी से बातचीत कर चुके हैं। इसी के साथ केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू पहले ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार और एनडीए के सहयोगी दल टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू से मिल चुके हैं।इस पर चंद्रबाबू ने कहा है कि वह पीएम मोदी के फैसले का सर्मथन करेंगे।
नामांकन करने के लिए 12 दिन शेष
आने वाली 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने वाले है। इसकी अधिसूचना निवार्चन आयोग के द्वारा 14 जून को जारी की गई थी। इसमें नामांकन दर्ज करने की अंतिम तारीख 28 जून है, ऐसे में अब नामांकन के लिए सिर्फ 12 दिन शेष बचे हैं। यूं तो अभी तक 6 लोग राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नाम दर्ज कर चुके हैं। इसमें मुंबई के पटेल दंपत्ति के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री की की मशूहर अदाकारा सायरा बानो ने भी अपना नाम दर्ज कराया है। इसी क्रम में मुंबई के मोहम्मद पटेल, तमिलनाडु के के. पद्मराजन, मध्य प्रदेश के आंनद सिंह कुशवाहा, तेलंगाना के ए. बाला राज और पुणे के कोंकेडर विजय प्रकाश ने भी नामांकन दाखिल किया है। जिनके नाम रद्द होना भी तय है।
आम सहमति से चुनेंगे राष्ट्रपति उम्मीदवार
कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को दिए बयान में कहा था कि हम आम सहमति वाले राष्ट्रपति उम्मीदवार को ही प्राथमिकता देंगे और बेहतर होगा कि इस बात को केंद्र भी समझ ले। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आंनद शर्मा ने कहा कि हमारी पार्टी ने प्रत्येक निर्णय पर आम सहमति कायम करने का प्रयास किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि बेहतर की केंद्र इस मुद्दे पर सर्वसम्मति बनाए।