वशिंगटन। जन्मदिन के मौके पर केक काटने और मोमबती बुझाना पुराना रिवाज है, लेकिन यह जलती मोमबत्तियां बुझाना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। हाल ही में शोधकर्ताओं ने खुलासा किया है कि इन मोमबत्तियों को बुझाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। बता दें कि पहले की तुलना में केक पर लगी मोमबत्तियों को बुझाने की इस लोकप्रिय परंपरा में 1400 फीसदी तक इजाफा हुआ है। अमेरिका की क्लेमसन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने जांच की कि आखिर केक पर लगी मोमबत्तियों से किस प्रकार बैक्टीरिया मनुष्य के शरीर पर असर डालते हैं।
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अध्ययन में पाया गया कि मनुष्य की सांस में मौजूद एरोसॉल के कारण बैक्टीरिया केक में शामिल हो जाते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया, कि जन्मदिन पर केक काटने से पहले उस पर लगी मोमबत्तियां बुझाने की पंरपरा कैसे शुरू हुई इसके बारे में अलग-अलग तरह की राय है। केक पर मोमबत्ती लगाने का रिवाज सबसे पहले यूनान में शुरू हुआ था। तब लोग केक पर मोमबत्तियां लगा कर आर्टिमिस देवी के मंदिर जाते थे। उनका मानना था कि इसे धुएं से उनकी प्रार्थना ईश्वर तक पहुंचेगी।
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