अमेरिका। अमूमन सबका मानना है कि नींद से जुड़े सभी विकार हमारे दिमाग में होते हैं, लेकिन हाल ही में हुए शोध में पाया गया है कि मांसपेशियों में प्रोटीन से इनसोमिनिया का इलाज संभव किया जा सकता है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के न्यूरोसाइंस विभाग के अध्यक्ष जोसेफ ताकाशाही ने बताया कि यह बहुत ही चौंका देने वाला खुलासा है। यह शोध नींद से संबंधित हुए शोध की दिशा बदलने वाला है। अध्यक्ष जोसेफ ने बताया कि चूहों पर किए गए इस अध्ययन में पाया गया है कि इस प्रोटीन की मस्तिष्क में उपस्थिति या अनुपस्थिति का नींद की बीमारी पर बहुत कम प्रभाव पड़ा है, लेकिन जब चूहों की मांसपेशियों में बीएमएएल-1 प्रोटीन की ज्यादा मात्रा मिलाई चतो वे इनसोमिनिया यानी नींद न आने की बीमारी से तेजी से उबर सके।
साथ ही उन्होंने बताया कि मांसपेशियों में इस प्रोटीन की उपस्थिति से मस्तिष्क को एक संदेश जाता है, जो नींद को प्रभावित करता है। शोध के मनुष्य पर लागू किया तो संभव ही नींद से जुड़ी बीमारियों के उपचार का नया तरीका खोजा जा सकेगा।