नई दिल्ली। आज की इस तेज रफ्तार जिन्दगी में लोगों के पास सही तरीके से भोजन तक करने का समय नहीं है। ऐसे में वे एनर्जी ड्रिंक या हाई कैलोरी वाली ड्रिंक का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इसे पीने के बाद वे काफी फ्रेश महसूस करते हैं लेकिन उन्हें इस बात का पता नहीं होता वे अंजाने में मोटापे को न्योता दे रहे हैं। इसके साथ बच्चों में इसकी वजह से मानसिक बीमारी भी पैदा हो जाती है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे एनर्जी ड्रिंक बच्चों को बेचने पर प्रतिबंध लगाना सही रहेगा।
गौरतलब है कि बच्चों और युवाओं को मोटापा और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से बचाने के लिए उन्हें कैफीन वाले एनर्जी ड्रिंक से दूर रखने की जरूरत है। ऐसा कहा जाता है कि कैफीन को दुनिया भर में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला साइकोएक्टिव ड्रग है। यह इंसान की शारीरिक सक्रियता को बढ़ा देता है।
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यहां बता दें कि ब्रिटेन के रॉयल कॉलेज ऑफ पेडियाट्रिक्स एंड चाइल्ड हेल्थ (आरसीपीसीएच) के प्रोफेसर रसेल वाइनर का कहना है कि कैफीन बेचैनी को भी बढ़ाता है और नींद में रुकावट भी पैदा करता है। शोध में इस बात का भी पता चला है कि कैफीन बच्चों के दिमाग पर बहुत अच्छा असर नहीं डालता है। प्रोफेसर रसेल वाइनर ने कहा कि तंबाकू की तरह कैफीनयुक्त एनर्जी ड्रिंक्स को बच्चों को बेचने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए ताकि मानसिक समस्या को एक महामारी बनने से रोका जा सके।