नई दिल्ली। भारत के अधिकांश राज्यों में चाय को एक ऐसे पेय पदार्थ के रूप में देखा जाता है जो दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन गई है। अमूमन लोगों को दिन में दो बार तो चाय चाहिए ही होती हैं, हालांकि कुछ लोगों के लिए चाय किसी भी समय पिए जाने वाला एक शानदार पेय पदार्थ है। लेकिन यहां हम बात चाय की नहीं बल्कि चाय बनाने वाली पत्ती की करने जा रहे हैं। अमूनन सभी लोग चाय बनाने के बाद चायपत्ती को कूड़ा समझकर फेंक देते हैं। परन्तु क्या आप जानते हैं इस इस्तेमाल हुई चायपत्ती का आप फिर से एक फायदेमंद पद्धार्थ के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इसमें कई गुण छिपे होते हैं, जो व्यक्ति के शरीर के लिए काफी फायदेमंद हैं। चलिए हम आपको इसके गुणों के बारे में बताते हुए इसके सही उपयोग के बारे में बताते हैं...
पाए जाते हैं एंटी-ऑक्सीडेंट
चायपत्ती में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो किसी भी चोट या जख्म को बहुत जल्दी ठीक करने में सहायक होते हैं। उबली हुई चायपत्ती को अच्छी तरह से धो लें और उसके बाद इसका लेप बनाकर चोटिल व्यक्ति के घाव या चोट पर लगाएं। अगर आप चाहें तो इसे दोबारा धोकर, उबालकर उसके पानी से घाव या चोट को धो सकते हैं। इससे धाव को जल्दी भरने में सहायता मिलती है।
बन सकता है कंडिशनर
चायपत्ती का पानी एक बेहतरीन कंडिशनर के रुप में भी लिया जा सकता है। चायपत्ती को धोकर, दोबार उबाल लिया जाएं और उस पानी से अगर बाल धोए जाएं तो इससे बाल बेहद चमकदार और मुलायम होते हैं।
सब्जी में रंग लाने के लिए उपयोगी
चायपत्ती को दोबारा धोकर सुखा लें और फिर इसका इस्तेमाल छोले बनाते समय करें। इसके इस्तेमाल से छोलो में बिल्कुल बाजार के छोले जैसे रंग रुप और स्वाद आता है।
फर्नीचर को साफ करने के लिए स्प्रे
इस्तेमाल चायपत्ती को अच्छे से धोकर कर साफ पानी में उबाल लें और फिर इस पानी को एक स्प्रे बोतल में भर लें । इससे आप अपने घर का फनीर्चर साफ कर सकती हैं। इस स्प्रे से फर्नीचर में चमक आती है।
खाद के रुप में
आप इस्तेमाल चायपत्ती का इस्तेमाल खाद के रुप में भी कर सकते हैं। इससे अच्छे से धोकर पेड़-पौधो में ड़ाल सकते हैं। इससे पेड़-पौधो को अच्छी खाद मिलती है जिससे वह हरे-भरे बने रहते हैं।