कॉलेस्ट्राल एक प्रकार का लुब्रीकेंट होता है, जिसे लीवर की मदद से बनता है। यह हमारे शरीर में हॉर्मोन्स को नियंत्रित करता है, इतना ही नहीं यह सूरज की रोशनी को विटामिन D में बदलनें में भी काफी मददगार होता है। उच्च कॉलेस्ट्रॉल होने पर व्यक्ति को स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ सकता है। अपने शरीर में कॉलेस्ट्रॉल की मात्रा देखने के लिए आपको टेस्ट करवाना होता है। अगर आपको निम्न में से किसी भी प्रकार का लक्षण है, तो संभव है कि आप हाई कॉलेस्ट्रॉल से ग्रासित है....
हाई बल्ड प्रेशर
सिगरेट पीना
मोटापा
आनुवंशिक स्थिति
इस स्थिति को पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिआ कहा जाता है। जिन लोगों को यह रोग है उनका कोलेस्ट्रॉल का स्तर 300 मिलीग्राम डीएल या इससे अधिक हो सकता है। जिस कारण आपको एक्सथोमा हो सकता है, इसमें स्किन के ऊपर पीले रंग की चकते हो जाते हैं।
हदृय रोग
यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के बीच मृत्यु के मुख्य कारणों में से एक माना जाता है। कुछ लक्षणों में दर्द, अत्यधिक थकान और सांस की तकलीफ और गर्दन में दर्द हो जाता है।
स्ट्रोक
स्ट्रोक को मेडिकल एमरजेंसी माना जाता है । आपको अचानक चक्कर आना, गंभीर सिरदर्द, चलने की अक्षमता जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो यह ध्यान देने योग्य है।
हार्ट अटैक
धमनियों जो दिल को रक्त की आपूर्ति कराती हैं धीरे-धीरे संकीर्ण होने लगती हैं। कुछ लक्षणों में चिंता, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना, अत्यधिक थकान आदि शामिल हैं।
बाहरी धमनी की बीमारी
ऐसा तब होता है जब धमनियों में चकते जमने लगते हैं। यह बाहों, गुर्दे, पेट, और पैरों को रक्त प्रवाह को ब्लॉक करने लती है। कुछ लक्षणों में किसी भी व्यायाम के दौरान पैरों में दर्द, ऐंठन, थकान, बेचैनी होती है।