नई दिल्ली।आज हमारी जिन्दगी में भगदौड़ काफी बढ़ गई है। इसके चलते हमारी कोशिश ऐसी जगहों पर रहने की होती है जहां से आसानी से हमें अपने मंजिल तक पहुंचने के लिए सवारी मिल जाए। फिर चाहे वहां से कितना भी ट्रैफिक क्यों न गुजरता हो। आपको बता दें कि ज्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाके में रहने वाले लोगों को डिमेंशिया (मनोभ्रम) की बीमारी हो सकती है। कनाडा में हुए एक शोध में ऐसा पता चला है।
दिमागी बीमारी हो सकती है
गौरतलब है कि कनाडा में हुए एक रिसर्च में इस बात का पता चला है कि जो लोग व्यस्त सड़कों के 50 मीटर के दायरे में रहते हैं, उनमें इससे ज्यादा दूर रहने वालों की तुलना में डिमेंशिया होने का खतरा 7 प्रतिशत ज्यादा होती है। इस शोध में शामिल स्वास्थ्य विशेषज्ञ रे कोप्स ने बताया कि हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व शरीर के खून में शामिल हो जाता है जिससे नसों में सूजन हो सकती है। ऐसे में दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही डायबीटीज जैसी बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है। इस शोध से इस बात का भी संकेत मिलता है कि हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व खून के रास्ते हमारे दिमाग में घुस जाते हैं। इससे दिमागी बीमारियां भी हो सकती हैं।
क्या है डिमेंशिया
दरअसल डिमेंशिया मस्तिष्क संबंधी एक बीमारी है जिसमें मस्तिष्क की कोशिका पर दुष्प्रभाव पड़ता है। इससे इंसान के सोचने की क्षमता, व्यवहार, दिशा एवं रोजमर्रा के क्रियाकलाप संबंधी परेशानी पैदा हो जाती है। इस तरह की बीमारी से ग्रसित लोगों की निर्भरता दूसरों पर काफी बढ़ जाती है। गौरतलब है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार साल 2015 में डिमेंशिया से पीड़ित रोगियों की संख्या 4.75 करोड़ थी।