नई दिल्ली । अकसर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि वह अपने साथी के खर्राटों से परेशान हैं जिस कारण उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है । लेकिन क्या आप जानते हैं कि खर्राटे आना कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह रोज की भाग-दौड़ के कारण लोगों में होने वाली थकावट से होती है। खर्राटे लेते वक्त आप कई तरह की अजीबो-गरीब आवाजें भी निकालते हैं। सांस लेने के दौरान अजीब आवाजों के आने का कारण सांस की नली में परेशानी का होना होता है। कई लोगों की स्वास नली के पीछे का भाग संकरा होता है जिससे सांस लेते और छोड़ते वक्त शरीर में मौजूद टिशू वाइब्रेट होते हैं और अवाज पैदा होती है । चलिए अब हम आपको बताते हैं खर्राटे की समस्या को कम करने के उपाय।
वजन बढ़ना
वजन के बढ़ने को भी खर्राटे आने का कारण माना गया है । मोटापे के कारण गले की चर्बी बढ़ जाती है जिससे जब सांस शरीर में प्रवेश करती है तो वह गले के टिशू से टकरा कर कंपन पैदा करती है जिससे आवाज आती है ।
शराब न पीना
शराब पीने से भी लोगों को खर्राटे आते हैं। इसलिए कभी भी सोने से पहले शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
समय पर न सोना
कई बार लोगों में नींद पूरी न होने और समय पर न सोने से भी खर्राटे की समस्या होती है इसलिए लोगों को समय पर सोना चाहिए और कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी जरुरी है।
दमा की बीमारी से
खर्राटे की समस्या दमा और सर्दी से होने वाली बीमारी के कारण भी होती है। दमा और सर्दी की बीमारी से परेशान लोगों की स्वास नली संकरी हो जाती है जिससे गले में आवाज पैदा होती है और लोगों को खर्राटे आते हैं ।
स्वस्थ जीवन- शैली
तेजी से बदलती जीवन शैली में लोगों के पास खुद के लिए समय नहीं है । बेवक्त खाना, ठीक प्रकार से न सोने और सिगरेट-शराब के सेवन से भी रात को सोते वक्त खर्राटे आते हैं।