मुंबई। गत शुक्रवार को गुरूग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल की बच्चे की हत्या पर पूरे देश में बच्चों की स्कूल में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए गुरूग्राम के इस स्कूल का हर तरफ से विरोध किया जा रहा है। इस मामले में अब बॉलीवुड एक्ट्रेस रेणुका शहाणे ने भी अपनी आवाज उठाते हुए स्कूल प्रशासन की कड़ी अलोचना करते हुए सोशल मीडिया पर एक ओपन लैटर लिखा है। इस लैटर में रेणुका ने बच्चों की सुरक्षा को किस तरह से की जाएं। इस बारे में भी अपने लैटर में जिक्र किया है।
रेणुका ने अपने लैटर में लिखा कि मैं रेयान इंटरनेशल स्कूल में 7 साल के बच्चे की हत्या और देश की राजधानी में स्कूल की प्यून द्वारा3 साल के बच्चे क बालात्कार से पूरी तरह हैरान, भयभीत और निराश हूं। हम अपनो बच्चों के लिए सुरक्षित मौहाल कैसे बनाएं? माता -पिता अपनो बच्चों को इस विचार के साथ स्कूल छोड़ते हैं कि हमारे बच्चे इन दीवारों के बीच सुरक्षित रहेंगे। मंहगी फीस भरने के बाद भी लगातार स्कूलों में हो रहे है हादसों ने हमारे बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गुरूग्राम में मर्डर केस में सुरक्षा का कई तरह से उल्लंघन किया गया था। बस ड्राईवर और कंडक्टर्स को वो ही वाशरूम यूज करने के लिए दिया गया जिसमें स्कूल के बच्चे जाते हैं।
आरोपी को स्कूल के अंदर की ओर से कोई भी फीमेल अटेंडेंट नहीं था। जब उस बच्चे ने चिल्लाया तब उसकी मदद रे लिए वहां कोई नहीं था। स्कूल मैनेजमेंट ने इस क्राइम से खुद को बचाने की कोशिश की है।
इस बात में भी कोई शक नहीं कि स्कूल की सुरक्षा हाई रिस्क पर थी। यह भी लाल झंडे इसी जवाब की भीख मांगते हैं कि क्या इस स्कूल के प्रिंसिपल, मैनेजमेंट और ट्रस्टी पर सुरक्षापूर्वक इस स्कूल को चलाने के लिए विश्वास किया जा सकता है। आज ही मैने पढ़ा कि केस का आरोपी ड्राइवर वहां से कुछ मीटर की दूरी पर पहले दूसरे स्कूल मेंड्राइवर था। उसके नाम से वहां कई शिकायतें दर्ज थी। बच्चों से अनुचित व्यवहार के चलते उसे निकाल दिया गया था। शिकायत न करने के कारण सीरियस सेक्सुअल ओफ्फेंडर्स को ये साहस मिलता है कि वो मासूम बच्चों के जीवन को खतरे में ड़ाले।
हमें एक ऐसी लिस्ट की डिमांड करने चाहिए जिसमें स्कूल प्रशासन के लोगों का रिकॉर्ड की लिस्ट हो। उसे सभी सरकारी और निजि स्कूल में भी लगाना चाहिए और स्कूल की वेबसाइट पर ड़ालना चाहिए हम उसे चैक सकें। हमें स्कूल के ट्रस्टी को उनके में नामांकित बच्चों की सुरक्षा के साथ खेलने और आपराधिक गतिविधियों की और अनदेखा करने के लिए जवाबदेह बनाना होगा। सभी स्कूलों से अनुरोध है, कृपया करके स्कूल के बस ड्राइवर और कंडक्टर्स को अपोइंट करते समय लापरवाही ना बरते। सेक्सुअल अब्यूज बच्चों के जीवन पर एक घब्बे की तरह रह जाता है और गुरूग्राम में 7 साल के बच्चे की इस तरह की हत्या उनके माता पिता के जीवन को दर्द और तबाही से भर देती है। इसी के साथ खबर मिलती है कि गोरखपुर के बाद नासिक में एक महीने के अंदर 55 नवजात बच्तचे इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण मर गए। कभी-कभी मुझे लगता है कि हम इंसानो को अब तबाह कर दिया जाना चाहिए।
बता दे कि यह पहली बार नहीं है जब रेणुका ने किसी समाज के मुद्दे पर बात की हो वो इस पहले भी कई सामाजिक बुराईयों को लेकर बेबाकी से अपना विचार रखती आई हैं।