नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) कैंपस में यौन उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रोफेसर अतुल जौहरी पर 9 छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस बात को लेकर काफी हंगामा भी हुआ था और बाद में पुलिस ने प्रोफेसर को गिरफ्तार तो किया था लेकिन उन्हें फौरन बेल भी मिल गई थी। अब विश्वविद्यालय के एक पीएचडी स्काॅलर्स ने 2 प्रोफेसरों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत कुलपति और इंटरनल कंप्लेंट कमेटी को भेजी है।
गौरतलब है कि इस बात को लेकर कैंपस में दिनभर वापमंथी संगठनों से जुड़े शिक्षकों और छात्रों ने कुलपति के खिलाफ हल्ला बोलते हुए स्कूल एवं सेंटर में वाइवा रोक दिया। जेएनयू प्रबंधन ने छात्रों से शांति की अपील करते हुए परीक्षाएं में बाधा न पहुंचाने की अपील की है। बता दें कि अतुल जौहरी के बाद 2 अन्य प्रोफेसरों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली छात्रा स्कूल ऑफ इंटरनेशन स्टडीज में पीएचडी के चौथे वर्ष की है। गौर करने वाली बात है कि छात्रा ने 8 जनवरी को ही इंटरनल कंप्लेंट कमेटी के सामने शिकायत की थी अब उसने देर शाम इन प्रोफेसरों के खिलाफ दोबारा ईमेल भेजा है।
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यहां बता दें कि जेएनयू के प्रोफेसरों पर आरोप लगाने वाली 9 छात्राओं ने कहा कि उनका करियर दांव पर है। इन छात्राओं का कहना है कि वे वामपंथी विचारों की होने के चलते प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप नहीं लगा रही हैं। कैंपस में सालों से यौन उत्पीड़न का मामला चल रहा है पर कोई शिकायत नहीं करता है। छात्रों के विरोध के कारण कैंपस में पढ़ाई का माहौल प्रभावित हो रहा है। जेएनयू प्रशासन ने सभी से अपील की है कि वे परिसर में सामान्य वातावरण बनाने में सहयोग करें।