श्रीनगर । पाकिस्तानी सेना की नापाक हरकतों के चलते नौशेरा सेक्टर के तीन स्कूलों के बच्चों पर मंगलवार दोपहर आफत आ गई थी, हालांकि भारतीय सुरक्षा बलों और पुलिस ने पाकिस्तानी की गोलाबारी के बीच करीब 217 बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार इन स्कूलों की छत समेत आसपास के इलाकों में दागे थे। पुलिस समेत अन्य सुरक्षा बलों ने इन बच्चों को बचाया, लेकिन सीमा पर पाकिस्तान की ओर से जारी संघर्षविराम उल्लंघन की वारदातों को बीच भारतीय सेना के जवान शहीद हो गए। वहीं पाकिस्तान की इन हरकतों का भारतीय फौज माकूल जवाब दे रही है।
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बता दें कि पाकिस्तान सेना ने मंगलवा को एलओसी से सटे 4 सेक्टर में भारी गोलाबारी की। इन इलाकों में जमकर मोर्टार दागे गए, जिसके चलते नौशेरा सेक्टर के तीन स्कूलों के 217 बच्चे फंस गए। पाकिस्तानी सेना की ओर से दागे गए मोर्टार इन स्कूलों की छत पर और आसपास आकर गिरे। कदाली और सेहा इलाके में मौजूद इन स्कूलों के बच्चों को पुलिस व अन्य सुरक्षा बलों ने वहां से सुरक्षित निकाला। वहीं कदाली गांव के एक प्राइमरी स्कूल से फंसे कुछ बच्चों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
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वहीं पाकिस्तानी सेना ने भिम्बर-बालाकोट, नौगाम सेक्टर और पुंछ सेक्टर्स में भी संघर्षविराम का उल्लंघन किया। इस दौरान दो जवान शहीद हो गए। नौशेरा सेक्टर में पंजाब के मोगा निवासी सिपाही 24 वर्षीय जसप्रीत सिंह ने कुर्बानी दी। वहीं दूसरा जवान नौगाम सेक्टर में शहीद हुआ।
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इससे इतर बांदीपुरा में मंगलवार को पाकिस्तान की तरफ से जारी फायरिंग की आढ़ लेकर आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की। इसको भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। डिफेंस मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन कर्नल राजेश कालिया ने न्यूज एजेंसी को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकियो को जब सेना ने ललकारा तो उनकी तरफ से फायरिंग की गई। जवाबी फायरिंग में दो आतंकी मारे गए।