नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेस-वे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे बाद अब पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की चर्चा जोरों पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा। यह एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चंदसराय से शुरू होकर यूपी के गाजीपुर के हैदरिया तक बनेगा। इसको इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण ईपीसी के मोड पर विकसित किया जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे यूपी के 9 जिलों से गुजरेगी।
23 हजार करोड़ रुपये की लागत से होगा तैयार
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से को लखनऊ से जोड़ने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को तैयार करने में 23 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके बनने के बाद आसपास उद्योग धधो का विकास भी होगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मायावती ने यमुना एक्सप्रेस-वे डेवलप किया तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस -वे का निर्माण कराया। अब योगी के कार्यकाल में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है।
340 किमी लंबी होगी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश की सबसे लंबी एक्सप्रेस-वे होगी। यह लखनऊ के चंदसराय से शुरू होकर यूपी के गाजीपुर के हैदरिया तक 340 किमी लंबी होगी। यह एक्सप्रेस-वे यूपी के 9 जिलों लखनऊ, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, बाराबंकी, अमेठी, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगी। इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद पूर्वांचल के साथ ही बिहार जाने यात्रियों को भी सुविधा होगी। पूर्वांचल के लोगों के लिए सड़क मार्ग से दिल्ली जाना आसान हो जाएगा और पहले के मुकाबले समय भी कम लगेगा। अभी पूर्वांचल का इलाका पिछड़ा है इसके बन जाने के बाद यूपी का समग्र विकास होगा।