श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के नौजवानों में आतंकवादियों का खौफ साफ तौर पर देखा जा सकता है। पिछले दिनों आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन द्वारा स्पेशल पुलिस अफसर (एसपीओ) के तौर पर नौकरी करने वाले युवाओं को नौकरी छोड़ने की धमकी दी थी। आतंकियों के डर से अब तक पुलवामा के त्राल इलाके में 9 एसपीओ ने नौकरी छोड़ दी है। त्राल की मस्जिदों से इनके नौकरी छोड़ने का ऐलान किया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने पिछले दिनों त्राल में एसपीओ के तौर पर नौकरी करने वालों को नौकरी छोड़ने का पोस्टर चस्पा किया था। इसमें कहा गया था कि 15 दिनों के अंदर नौकरी छोड़कर सामान्य जीवन यापन करें नहीं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। आतंकियों की धमकी के मद्देनजर पुलवामा जिले के त्राल इलाके में 9 एसपीओ ने नौकरी छोड़ दी है। फिलहाल पुलिस इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
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यहां बता दें कि सभी 9 एसपीओ के नाम का त्राल स्थित मस्जिद से ऐलान किया गया। मस्जिदों के इमाम ने बताया कि सभी एसपीओ ने पत्र में माफी भी मांगी है और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि 9 एसपीओ के नौकरी छोड़ने के बाद पुलिस प्रशासन सभी की सुरक्षा की नए सिरे से कवायद कर रही है।
गौर करने वाली बात है कि आतंकियों ने पिछले कुछ दिनों में कई एसपीओ को अगवाकर उनकी हत्या कर दी थी। 6 अगस्त को लोरोव गांव में आतंकियों ने घर पर मौजूद एसपीओ इशहाक अहमद भट पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई लेकिन वह भागकर जान बचाने में कामयाब रहा था।