नई दिल्ली । मनी लॉंड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर हुए रॉबर्ट वाड्रा से बुधवार को ईडी ने करीब 6 घंटे पूछताछ की थी। इस सब के बीच रॉबर्ट वाड्रा के जवाबों से ED संतुष्ट नहीं हुई, जिसके चलते गुरुवार सुबह एक बार फिर से उन्हें ईडी दफ्तर बुलाया गया है। ईडी ने संजय भंडारी और थंपी से अपने संबंधों को खारिज कर दिया था , लेकिन आज ईडी सबूतों के साथ वाड्रा से पूछताछ करने जा रही है। गुरुवार को एक खास बात यह रही कि बुधवार की तरह आज प्रियंका गांधी वाड्रा अपने पति को ईडी के दफ्तर छोड़ने नहीं आई थी। वहीं कल की ही तरह आज भी वकीलों की एक टीम उनके साथ ईडी के दफ्तर में पहुंची है। इस समय वाड्रा से ED के तीन अफसर पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन उनके वकील उनके साथ नहीं हैं।
6 घंटे तक हुई बुधवार को पूछताछ
बता दें कि लंदन में अवैध संपत्ति और मनी लॉड्रिंग के मामले में ईडी के निशाने पर आए रॉबर्ट वाड्रा को लंबे समय बाद इस मामले की पूछताछ के लिए ईडी ने बुलाया है। बुधवार को ईडी के डायरेक्टर राजीव के नेतृत्व में तीन अफसरों की एक टीम वाड्रा से करीब 6 घंटे तक पूछताछ की थी। दोपहर 4 बजे से शुरू हुई पूछताछ रात 10 बजे तक चली। इसके बाद खबर आई कि वाड्रा से लिखित में जवाब मांगा गया था।
वाड्रा के जवाबों से संतुष्ट नहीं ईडी
सूत्रों का कहना है कि ईडी के अफसरों की पूछताछ में वाड्रा ने कई सवालों के जवाबों को इस तरह से रखा है, जिससे ईडी संतुष्ट नहीं हुआ है। मसलन वाड्रा ने ऑर्मस डीलर संजय भंडारी समेत थंपी को पहचानने से भी मना कर दिया है। संजय भंडारी के खिलाफ हुई जांच के दौरान ही वाड्रा की लंदन में अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ था। इसलिए वाड्रा को ईडी ने गुरुवार दोबारा से पूछताछ के लिए बुलाया।
25 सवालों के दिए जवाब
असल में ईडी ने अपने 25 सवालों के जवाब में रॉबर्ट वाड्रा से ये जानना चाहा कि लंदन में उनकी कथित संपत्ति पर उनका क्या कहना है। हालाकि इस दौरान वाड्रा ने कई सवालों के जवाब इस तरह से दिए हैं, जैसे उनका इस मामले से कोई संबंधी ही नहीं है। वाड्रा ने मनोज अरोड़ा नाम के शख्स को तो जानने की बात कही, लेकिन संजय भंडारी और थंपी से जानपहचान होने के सवालों को उन्होंने खारिज कर दिया है। हालांकि मनोज अरोड़ा के माध्यम से ही उन्होंने कई मेल करवाई थीं, जिनका संबंध लंदन में संपत्ति से जुड़ा है।