नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह को भगवा आतंकवाद शब्द का जन्मदाता करार दिया है । भाजपा अध्यक्ष ने इस दौरान कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस देश को सुरक्षित नहीं कर सकते वो तो बस हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद बोलकर पूरी दुनिया में हिंदू धर्म को बदनाम कर सकते हैं। ऐसे में भाजपा ने तय किया है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भगवा आतंकवाद शब्द के जन्मदाता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा जाएगा । उनके इस बयान के साथ ही एक बार फिर से इन लोकसभा चुनावों में भगवा आतंकवाद का मुद्दा भाजपा खुद उछालने लगी है, जिसके जरिए वह कांग्रेस को घेरने की रणनीति बना रही है।
अमित शाह ने यह ट्वीट उस समय किया जब दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा - मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूं। आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा। मैं मां नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूं और नर्मदा जी से आशीर्वाद मांगता हूं कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें। नर्मदे हर! भाजपा अध्यक्ष ने दिग्विजय सिंह के इसी बयान के बाद कांग्रेसी नेता पर तंज कसा है ।
वहीं पीएम मोदी पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ के एक चुनावी भाषण को आधार बनाकर कांग्रेस चुनाव आयोग पहुंची है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर छत्तीसगढ़ में चुनावी रैली के दौरान जातिगत टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस के नामदार ने पूरे पिछड़े समाज को चोर कह डाला है । नरेंद्र मोदी से बदला लेने के लिए समाज के ईमानदार लोगों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं खबर है कि पीएम मोदी की वाराणसी सीट से भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर चुनाव नहीं लड़ेंगे । उन्होंने कहा कि वे भाजपा को हराने के लिए दलित वोट को एक साथ रखना चाहते हैं, जिसके लिए वह सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार के अलावा पीएम मोदी को कोई चुनौती देने नहीं जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने ऐलान किया था कि वे वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे ।