नई दिल्ली। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के इलाज के लिए दिल्ली आने से वहां की राजनीति में काफी उथल-पुथल मच गई है। कांग्रेस के द्वारा मनोहर पर्रिकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने और सरकार बनाने का दावा पेश करने पर भाजपा अध्यक्ष खुद मोर्चे पर आ गए हैं। बुधवार को उन्होंने भाजपा कार्यसमिति की एक बैठक बुलाई है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि भाजपा के पास संख्याबल है ऐसे में सरकार के गिरने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है।
गौरतलब है कि मनोहर पर्रिकर के दिल्ली आते ही भाजपा ने महासचिव संगठन रामलाल और वरिष्ठ नेता बीएल संतोष को गोवा में अपने विधायकों और सहयोगियों से मिलने के लिए भी भेजा था। आपको बता दें कि बुधवार को कांग्रेस ने इस बात का दावा किया है कि उनके पास 21 से ज्यादा विधायक हैं और 40 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए वह मजबूत स्थिति में है।
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यहां बता दें कि कांग्रेस 16 विधायकों के साथ तटवर्ती राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है। गौरतलब है कि वह प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पहले ही पेश कर चुकी है। भाजपा के 14 विधायक हैं लेकिन महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और अन्य दलों को मिलाकर सरकार बनाया है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता चन्द्रकांत कावलेकर ने बताया कि गोवा में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को पर्याप्त समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास पर्याप्त संख्या है। मैं आपको यह नहीं बताऊंगा कि किसके साथ बातचीत चल रही है। हमें 21 विधायकों की जरूरत है और हमारे पास उससे ज्यादा हैं।’’
गौरतलब है कि कांग्रेस के नेता ने राज्यपाल से मनोहर पर्रिकर सरकार से बहुमत साबित करने के लिए कहने का अनुरोध किया है। हालांकि राज्यपाल ने अभी इसका कोई जवाब नहीं दिया है।