नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी ने एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला है। नई दिल्ली में आयोजित टाटा लिटरेचर फेस्टिवल में न्याय प्रणाली और आंतरिक खतरा विषय पर आयोजित सेमिनार में कहा कि साल 1975 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा आपातकाल लगाने का पछतावा था लेकिन आज किसी को कोई पछतावा नहीं है और स्थिति उस समय से भी बदतर हो चुकी है। शौरी ने केंद्र सरकार पर छोटे संस्थानों को कमजोर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर पूरा विपक्ष एक होकर भाजपा के उम्मीदवारों के खिलाफ एक उम्मीदवार उतारे तो साल 2019 में एनडीए के विजय रथ को रोका जा सकता है।
गौरतलब है कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेता जैसे यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी अक्सर सरकार पर हमला करते रहते हैं। अब अरुण शौरी ने एक बार फिर से सरकार के ऊपर हमला बोला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने देश की मौजूदा स्थिति को आपातकाल वाले समय से भी बदतर बताया है।
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यहां बता दें कि शौरी ने विपक्ष को एनडीए के विजय रथ को रोकने का उपाय भी बता दिया है। अरुण शौरी ने कहा कि फिलहाल विपक्ष बिखरा हुआ है, अगर वह एकजुट होकर भाजपा के उम्मीदवारों के खिलाफ एक उम्मीदवार उतारे तो साल 2019 में उसके विजय रथ को रोका जा सकता है। अरुण शौरी ने कहा कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था जिसका उन्हें पछतावा भी था लेकिन आज ऐसा कुछ भी नहीं है।
गौर करने वाली बात है कि उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह छोटे संस्थानों को कमजोर कर रही है। शौरी ने कहा कि जिस राज्य में क्षेत्रीय दल की स्थिति अच्छी नहीं है वहां उन्हें कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए।