नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों का समय करीब आते ही राजनीति दलों ने अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। दलों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए लोक लुभावन वायदे करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में कहीं किसानों की कर्ज माफी का आश्वासन दिया जा रहा है तो कहीं बेरोजगारों के लिए नीति बनाए जाने का। इस सब के बीच असम के वित्तमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने राज्य का 2019-20 का बजट पेश करने के साथ ही मतदाताओं को रिझाने के लिए दुल्हनों को 10 ग्राम सोना देने तक का प्रस्ताव दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने छात्रों को भी वित्तीय सहायता का भी प्रस्ताव पेश किया है।
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपने अंतरिम बजट में जहां किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये देने का ऐलान किया है वहीं मध्य प्रदेश सरकार कर्ज माफी के बाद सरकार बेरोजगारी भत्ते के रूप में 4000 रुपये देने की योजना बना रही है। वहीं असम के वित्तमंत्री ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को उनकी बेटी की शादी में एक तोला सोना देने का प्रस्ताव अपने बजट में पेश किया है। इतना ही नहीं उन्होंने गरीबों को 1 रुपये किलो के मूल्य पर चावव और अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों समेत छात्रों को भी वित्तीय सहायता देने का प्रस्ताव बजट में रखा है।
वित्तमंत्री के बजट में रखे गए प्रस्तावों पर अब विपक्ष ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि आर्थिक रूप से गरीब लोगों की बेटियों की शादी में एक तोला सोने देने का प्रस्ताव लुभाने के लिए तो अच्छा है, लेकिन सरकार पर सोना बांटने के लिए रकम कहां से आएगी।