नई दिल्ली । खुफिया एजेंसियों ने आशंका जाहिर की है कि एक बार फिर आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के साजिश रच रहे हैं। एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक , इस बार आतंकी पीओके के रास्ते न आकर नेपाल के रास्ते भारत मे घुसे हैं। खुफिया एजेंसियों की मिले इनपुट के अनुसार , 3 आतंकियों ने नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ की है, जो अब बांदीपोरा पहुंच चुके हैं। इनपुट के अनुसार , बांगलादेश में सक्रिय आतंकवादी गिरोह जमातुल मुजाहिदीन बांगलादेश ने महिला आत्मघाती तैयार किए हैं जो भारत के साथ ही बांगलादेश और म्यांमार के बौद्धमंदिरों को निशाना बना सकते हैं।
एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आगामी 18 मई को बुद्ध पूर्णिमा है और इस दिन भारत के अलावा बांगलादेश, म्यामांर में ये आतंकी हमला कर सकते हैं। आतंकी संगठन जेएमबी बुद्ध पूर्णिमा के दिन हमलों को अंजाम देकर मुस्लिमों पर हो रहे कथित अत्याचारों का बदला लेना चाहता है ।
बता दें कि श्रीलंका में चर्चों पर हुए हमले के बाद खुफिया एजेंसियां इन आतंकियों की गतिविधियों को आईएसआईएस की दक्षिण-पूर्व एशिया में आहट के तौर पर ले रही हैं । मिली जानकारी के मुताबिक , साजिद मीर नाम का एक आतंकवादी काठमांडू पहुंचा था, जो अपने साथ 3 अन्ययों विदेशी आतंकवादिको उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में पहुंच गया है । यहां पहले से कुछ विदेशी आतंकियों की गतिविधियां पकड़ी गई हैं, जो लश्कर और जैश से जुड़े हुए हैं।
अमूमन जैश और लश्कर के आतंकी भारत में घुसपैठ करने के लिए पीओके का रास्ता चुनते थे लेकिन इस बार नेपाल के रास्ते आतंकियों की घुसपैठ ने सुरक्षा बलों के साथ ही खुफिया एजेंसियों के हाथ पांव फुला दिए हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि पिछले दो सालों से इस रास्ते से कोई भी आतंकी भारत में प्रवेश नहीं कर पाया है ।
विदित हो कि जेएमबी बांगलादेश का एक कट्टर इस्लामी आतंकवादी गिरोह है, जो पिछले करीब एक दशक से बांगलादेश में कई बड़े हमलों में लिप्त पाया गया है । 2007 में इस गिरोह के चार आतंकवादियों को फांसी दी गई थी, लेकिन उसके बाद से अब तक में यह गिरोह ज्यादा ताकतवर हो गया है ।