Thursday, April 18, 2024

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हरियाणा सरकार के नेताओं की शैक्षणिक योग्यता तय करने की मांग पर बोले पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री- नेताओं का पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं 

अंग्वाल न्यूज डेस्क
हरियाणा सरकार के नेताओं की शैक्षणिक योग्यता तय करने की मांग पर बोले पूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री- नेताओं का पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं 

नई दिल्ली। आने वाले समय में ऐसा हो सकता है कि हरियाणा में कई नेता दोबारा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर विधायकों और सांसदों की शैक्षणिक योग्यता न्यूनतम बीए करने की मांग की है। अगर ऐसा हो जाता है तो हरियाणा के 30 एमएलए मौजूदा रसूख से वंचित हो सकते हैं। बता दें हरियाणा विधानसभा में ज्यादातर विधायक ऐसे हैं जो सिर्फ 10वीं या 12वीं पास हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सांसदों और विधायकों के लिए पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं है।

हरियाणा में विधायकों की शिक्षा

गौरतलब है कि हरियाणा की वर्तमान विधानसभा में 60 एमएलए ही स्नातक या इसके समकक्ष हैं। यहां सभी दलों के 30 विधायक ऐसे हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं या इससे कम है। कुल 90 विधायकों में से 25 बीए, 17 विधायक 12वीं पास, 20 ग्रेजुएट बिजनेसमैन, 12 एमए, 4 विधायक 8वीं पास, एक 5वीं पास, 8 विधायक 10वीं पास एवं दो पीएचडी हैं। बता दें कि पटना में आयोजित प्रवासी हरियाणा सम्मेलन में कहा कि उन्होंने पीएम एवं केंद्र सरकार को पत्र लिखकर एमपी व एमएलए के लिए न्यूनतम योग्यता तय करने का सुझाव दिया है। इस बात पर विरोध करते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जनता की नुमाइंदगी करने के लिए पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं है, यह काम कोई भी कर सकता है। हुड्डा ने स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र करते हुए कहा किवे ज्यादा पढ़े -लिखे नहीं थे लेकिन देश को आजाद कराया। 

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सुप्रीम कोर्ट के निर्देश

आपको बता दें कि हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं में न्यूनतम शिक्षा अनिवार्य करने का प्रयोग सफल हो चुका है। यहां तक की सर्वोच्च न्यायालय ने भी देश के सभी राज्यों को पंचायती राज संस्थाओं में न्यूनतम शिक्षा लागू करने की बात कही है। 

ये हैं अंडर ग्रेजुएट


-परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्ण लाल पंवार 10वीं पास हैं। उनके पास बाॅयलर कंपेटेंसी डिप्लोमा बी है।

-असंध के भाजपा विधायक बख्शीश सिंह और कालांवाली के शिरोमणि अकाली दल (बादल) के विधायक बलकार सिंह 10वीं पास हैं।

-पटौदी से भाजपा विधायक बिमला चैधरी मात्र 5वीं पास हैं।

-पंचकूला से भाजपा विधायक ज्ञानचंद गुप्ता की शैक्षणिक योग्यता 12वीं है।

-जींद से वरिष्ठ इनेलो विधायक हरिचंद मिड्डा की शैक्षणिक योग्यता 10वीं हैं।

-खरखौदा से कांग्रेस विधायक जयवीर सिंह 12वीं पास और पेहवा से इनेलो विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधू की शैक्षणिक योग्यता 10वीं है।

-गुहला से भाजपा विधायक कुलवंत बाजीगर और कलानौर से कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक 12वीं पास हैं। खटक ने नर्सिंग का डिप्लोमा भी कर रखा है। बरौदा से कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा अंडर मैट्रिक हैं, जबकि सिरसा से इनेलो विधायक मक्खन लाल सिंगला 8वीं से कम पढ़ लिखे हैं। 

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