नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों के लिए देश की सत्तारूढ़ भाजपा अब से कुछ देर बाद यानी शनिवार शाम को अपने 100 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करेगी । अब से कुछ देर में भाजपा की संसदीय दल की बैठक शुरू होने वाली है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे । पहली सूची में 11 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के मतदान से संबंधित सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेगी। संभावना है कि पीएम नरेंद्र मोदी के वाराणसी सीट से उम्मीदवार बनने के ऐलान के साथ ही कुछ अन्य दिग्गज नेताओं की सीटों का ऐलान भी कर दिया जाएगा। इस दौरान कुछ चौंकाने वाली खबरें भी आ रही हैं जिसमें भाजपा प्रवक्ता शहनवाज हुसैन और वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह की सीटों को लेकर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पहली लिस्ट में मोदी के साथ राजनाथ सिंह, गडकरी, सदानंद गौड़ा, राधामोहन सिंह की टिकटों का भी ऐलान हो सकता है।
बिहार के उम्मीदवार का ऐलान
सूत्रों का कहना है कि संसदीय दल की बैठक में बिहार की 40 सीटों पर भाजपा के 17 उम्मीदवारों का भी ऐलान हो सकता है। बिहार में भाजपा के अलावा एनडीए के साथी जनता दल यूनाइटेड (17 सीटें ) और लोक जनशक्ति पार्टी (6 सीटें) दल हैं। ऐसी खबरें हैं कि शनिवार शाम भाजपा के साथ अन्य दल भी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकते हैं।
यूपी में योगी के मंत्रियों पर दांव
लोकसभा चुनावों की आहट से पहले भाजपा ने अपने सांसदों का एक रिपोर्ट कार्ड तैयार किया था, जिसमें उनके वादों , जनता के बीच उनकी छवि , सरकारी प्रोजेक्ट को पूरा करने में संलिप्तता , विकास कार्यों की गति , जनता की समस्याओं का निराकरण , उनकी अनुपस्थिति में सुयोग्य नया उम्मीदवार जैसे कई सवालों का जवाब दर्ज किया गया है। इस रिपोर्ट कार्ड के आधार पर यूपी में दो दर्जन से ज्यादा सांसदों के टिकट कटने की खबर हैं। कहा जा रहा है कि योगी सरकार के कुछ मंत्रियों और विधायकों को उनकी छवि के मद्देनजर लोकसभा चुनावों के मैदान में उतारा जा सकता है।
बंगाल में अच्छी छवि वाले उम्मीदवारों की अभी भी तलाश
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार के एजेंडे में पश्चिम बंगाल के हालात को बड़ा मुद्दा बनाया है। इस क्रम में भाजपा राज्य के कुछ दिग्गज नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराने के लिए पूरा जोर लगा रही है। पश्चिम बंगाल के बिष्णुपुर से सांसद सौमित्र खां, बोलपुर के सांसद अनुपम हज़रा ने अपना नाम तृणमूल से कटवा के भाजपा में लिखवाया था, जिसके बाद भाटपाड़ा के विधायक अर्जुन सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। इन सभी खबरों के बीच सवाल उठ रहे हैं कि प्रदेश में भाजपा के पास अपने उम्मीदवार नहीं है जो भाजपा दूसरे दलों के नेताओं को अपने यहां लाकर उन्हे सियासी मैदान में उतारने जा रही है। भाजपा ने इन बातों को मान भी लिया है कि प्रदेश में उनके पास अच्छे उम्मीदवार नहीं हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जीतने के लिए हमारे पास सही प्रत्याशी नहीं है। अभी जो लोग बंगाल में परिवर्तन चाहते हैं अभी वो हमारे साथ जुड़ रहे हैं।