नई दिल्ली । केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से भाजपा ने पिछले तीन सालों में कई राज्यों में अपना परचम लहराया है। 2018 में भी कई राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके लिए भाजपा ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। खास बात ये है कि इन विधानसभा चुनावों की तैयारियों के साथ ही भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भी अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाने की कवायत तेज कर दी है। भाजपा ने इस सब के लिए एक मास्टर प्लान बनाया है, जिसमें भाजपा ने 2 करोड़ वोटरों को शामिल किया है, जिन्हें पार्टी अपने पाले में लाने का प्रयास करेगी। पार्टी अपनी रणनीति के तहत उन 2 करोड़ वोटरों पर नजर जमाए हुए हैं, जो साल 2000 में पैदा हुए थे और 2019 में पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। भाजपा की सोशल मीडिया सेल इस मिशन-2019 में पार्टी के लिए बड़ा काम करती नजर आएगी। सूत्रों के मुताबिक इस मिशन-2019 को 'मिलैनियम वोटर कंपेन' नाम दिया गया है और इसे एक एप के माध्यम से चलाया जाएगा। संभावना है कि इस एप को 18 जनवरी को लॉंच कर दिया जाए।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भाजपा ने विधानसभा चुनावों के साथ ही 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर अभी से अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। भाजपा ने एक नया एप डिजाइन किया है, जिसके माध्यम से न सिर्फ नए मतदाताओं को जोड़ने का काम किया जाएगा बल्कि इसके माध्यम से वोटर आईडी कार्ड को भी आसानी से उपलब्ध कराया जाएगा। इस अभियान को लेकर भाजपा काफी गंभीर भी है।
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वहीं इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा - हमें पता है कि 2019 का चुनाव पूरी तरह से अलग होगा क्योंकि नई पीढ़ी के युवा भी इसमें शामिल होंगे। हमें उनसे अलग तरीके से बात करने की आवश्यकता है। हम इस पर काम कर रहे हैं।
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बता दें कि भाजपा की इस कवायद उस समय सामने आई थी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले 'मन की बात' कार्यक्रम से कहा था कि सरकार सदी के नये वोटरों का भारतीय लोकतंत्र में स्वागत करेगी। ऐसे में इन नए वोटरों को भाजपा अपने लिए काफी अहम मानती है, जो पहली बार वोटिंग में हिस्सा लेंगे। ऐसे में इनसे संबंधित हर जानकारी को पार्टी किसी भी कीमत पर हल्के में नहीं लेना चाहेगी।
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