नई दिल्ली । भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार सुबह छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी का संकल्प पत्र जारी कर दिया। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि हमें एक बार फिर से भरोसा है कि हम राज्य में सत्ता में आएँगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने सूबे में बिना भ्रष्टाचार के लोगों तक सरकारी लाभ की योजनाओँ को पहुंचाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काफी फंड जारी किया। उन्होंने कहा, मनरेगा के तहत सबसे ज्यादा रोजगार छत्तीसगढ़ के लोगों को दिया गया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने किसानों को उनकी फसल के अच्छे दाम दिए। इतना ही नहीं स्कील डवलेपमेंट को लेकर सबसे पहले कानून छत्तीसगढ़ सरकार ने ही बनाया।
राज्य के विधानसभा चुनावों से पहले रायपुर में पार्टी का संकल्प पत्र जारी करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने राज्य को विकास के पथ पर आगे ले जाने का काम किया है। केंद्र से राज्य के लिए काफी फंड दिया गया है। राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ पहुंचाया है। छत्तीसगढ़ को आगे ले जाने के लिए भाजपा संकल्पबद्ध है।
नेताओँ की आज मैराथन रैलिया
छत्तीसगढ़ में चौथी बार मैदान फतह करने की कोशिश कर रही भाजपा के चार स्टार प्रचारक आज लगभग दर्जन भर रैलियां करेंगे। भाजपा की ओर से अमित शाह, सुषमा स्वराज, योगी आदित्यनाथ और बाबुल सुप्रियो रैलियों और जनसभाओं की झड़ी लगा रहे हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह थोड़ी देर बाद छत्तीसगढ़ के गरियाबंद पहुंचेंगे। वे यहां एक चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।
कांग्रेस ने भी जारी किया घोषणा पत्र
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजनंदगांव में पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी किया है। कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना मेनिफेस्टो जारी करने के साथ ही सत्ता में आने पर रोजगार, इलाज और किसान कर्जमाफी का वादा किया है। इसमें बिजली का बिल भी आधा करने का वादा किया गया है। कांग्रेस ने पार्टी के घोषणापत्र को जन घोषणा पत्र नाम दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि पहली बार जनता के बीच पहुंचकर, एक लाख लोगों से पूछकर पार्टी घोषणापत्र तैयार किया गया है। घोषणा पत्र 24 जिले में अलग-अलग वर्गों के लोगों के सुझावों के आधार पर तैयार किया है। इसमें विकास के 36 लक्ष्यों को शामिल किया गया है। घोषणा पत्र में कांग्रेस सरकार के गठन के 10 दिनों के भीतर किसानों को ऋण में छूट देने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर विभिन्न फसलों पर एमएसपी तय करने की घोषणा की गई है। चावल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपये और मक्का का समर्थन मूल्य 1700 रुपये करने का वादा किया है।