नई दिल्ली । बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के साथ दिल्ली में बैठक की खबरों के बीच बसपा ने सोमवार सुबह साफ किया कि मायावती ऐसी किसी बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली नहीं जा रही हैं। वह लखनऊ में ही मौजूद रहेंगी । हालांकि इस तरह की खबरें आ रही थीं कि मायावती दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात कर विपक्षी दलों को एकजुट करने संबंधी मुहिम के तहत भाजपा को केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए मंथन करेंगी । बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए मायावती के दिल्ली में किसी बैठक में शामिल होने के लिए नहीं जाने की बात कही । इसी क्रम में यूपीए चेयपर्सन सोनिया गांधी ने अब 23 मई को यूपीए के दलों की एक बैठक बुलाई है ।
सतीश चंद्र मिश्रा ने अपने एक बयान में कहा - 'मायावती जी का आज दिल्ली में कोई प्रोग्राम या बैठक नहीं है. वह लखनऊ में रहेंगीं।' बता दें कि पिछले दिनों चंद्रबाबू नायडू विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मिलकर महागठबंधन के दलों को एकजुट कर सरकार बनाने की कवायद में जुटे हैं । इस सब के मद्देनजर वह राहुल गांधी , सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इतना ही नहीं एनडीए समेत यूपीए में शामिल दलों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है ।
सट्टा बाजार ने खारिज किया एग्जिट पोल , भाजपा को अकेले दम पर नहीं मिलेगा बहुमत
असल में मायावती ने प्रचार के दौरान भाजपा और कांग्रेस दोनों पर लगातार हमला करती रही हैं । मायावती ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ा है । हालांकि, यूपी के गठबंधन में कांग्रेस को बाहर रखने के बाद भी मायावती ने अपने समर्थकों से अपील की थी कि राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी और सोनिया गांधी की सीट रायबरेली में कांग्रेस को वोट दें। सपा-बसपा ने इन दोनों सीटों से अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे।
इसी क्रम में ममता बनर्जी ने सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट रहने की अपील की है । एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था, 'मैं पोल के कयासों पर भरोसा नहीं करती । यह रणनीति अटकलबाजी के जरिए हजारों ईवीएम को बदलने या उनमें हेरफेर करने के लिए प्रयुक्त होती है। मैं सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट, मजबूत और साहसी रहने की अपील करती हूं।' बंगाल भाजपा ने बनर्जी के बयान पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए उनसे सपनों की दुनिया से बाहर निकलने को कहा। पार्टी ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के दिन गिनती के रह गए हैं ।
इतना ही नहीं एग्जिट पोल को लेकर तंज कसने के साथ ही राजनीतिक दलों को नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है । एग्जिट पोल के नतीजों के बार शिवसेना ने चंद्रबाबू नायडू पर तंज कसते हुए कहा कि अपना उत्साह बनाए रखिए । वहीं ममता बनर्जी ने तो इन्हें बकवास करार दिया है । कांग्रेसी नेता शशि थरूर बोले-ऐसे नजीते तो गलत होते हैं।