लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी आनंद कुमार ने बुलंदशहर कांड मामले में ऐलान किया कि इस पूरी वारदात की जांच के लिए एक SIT का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए अभी पुलिस की 6 टीमें जांच में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान गांव वालों की ओर भी फायरिंग किए जाने की बात सामने आई है, लेकिन अभी इस घटना में किसी संगठन का नाम लिया जाना जल्दबाजी होगा। उन्होंने कहा कि एसआईटी की जांच में सभी तथ्यों को लेकर जांच की जाएगी। एडीजी ने साफ किया कि इज्तेमा में एक समय लाखों में लोग वहां स्थित कार्यक्रम में मौजूद थे लेकिन अब सिर्फ 10-15 हजार लोग ही रह गए हैं। पूरे हालात पर काबू पा लिया गया है।
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एडीजी आनंद कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किन परिस्थितियों में हमारे इंस्पेक्टर की बॉडी अकेली घटनास्थल पर मिली है, और उनके साथी पुलिसकर्मी उस दौरान कहीं भाग गए, उन आरोपों की जांच एसआईटी करेगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक तौर पर जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें सामने आया है कि सुबोध कुमार को पहले चौकी में ही किसी भारी वस्तु से चोट लगी, इसके बाद उनके साथी पुलिसकर्मी उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए आगे चले , लेकिन भीड़ में उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी जांच अभी जारी है और पूरे मामले की तफ्तीश से जांच के लिए एसआईटी की गठन कर दिया गया है। हमारी मंशा किसी को भी इस मामले में न तो फंसाने की है और न ही किसी दोषी को बचाने की है।
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इस दौरान भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया और इस दौरान भीड़ ने हमला किया। इसके बाद दूसरी गाड़ी से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को दूसरी गाड़ी से अस्पताल ले जाया गया था। अब इस दौरान असल में क्या क्या हुआ , इसकी जांच एसआईटी करेगी। उन्होंने कहा कि इस घटना में आरोपी 4-5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, उनके पूछताछ जारी है।
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उन्होंने कहा कि घटना के मुख्य आरोपी योगेश राज को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। हालांकि वह किस दल और संगठन से जुड़ा है इसके बारे में उन्होंने कहा कि अभी ये सब जांच का विषय है।
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वहीं इत्जेमा को लेकर आयोजन पर उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, और एक समय जहां लाखों की संख्या में लोग इत्जेमा में आए थे अब आयोजक और कुछ लोग ही वहां मौजूद हैं।