गुरुग्राम । बहुचर्चित प्रदुमन हत्याकांड में गुरुग्राम पुलिस ने जिस बस कंडेक्टर अशोक कुमार को हत्यारोपी बताते हुए मीडिया के सामने पेश किया था, अब सीबीआई द्वारा उसे निर्दोष घोषित कर दिया है। इस सब के बाद अब अशोक ने गुरुग्राम पुलिस के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर उसे प्रताड़ित करने, दबाव बनाकर जुर्म कबूल करवाने के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है। इस मामले में अशोक के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे को नशे का इजेक्शन लगाकर उसे मीडिया के सामने पेश किया था।
बता दें कि 8 सितंबर को गुरुग्राम के सोहना रोड स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 वर्षीय प्रदुमन की स्कूल के बाथरूम में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में दबाव पड़ने पर आनन-फानन में स्कूल की बस के कंडेक्टर को हत्यारोपी के रूप में मीडिया के सामने पेश किया, लेकिन उस दौरान पुलिस की जांच में कई खामियां उजागर हुई और पुलिस की थ्योरी में कई पेच नजर आए। परिजनों की मांग पर सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। हालांकि पुलिस ने अशोक को हत्यारोपी करार देते हुए अपनी थ्योरी में कहा था उसने बच्चे के शारीरिक शोषण की कोशिश की, लेकिन असफल होने पर पोल खुल जाने के डर से उसकी हत्या कर दी।
मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने पर जांच एजेंसी ने पुलिस की पूरी थ्योरी ही बदल दी। बस कंडेक्टर अशोक को बरी करते हुए स्कूल के ही एक छात्र को गिरफ्तार किया है, जिसने हत्या की बात कबूल ली है। सीबीआई का दावा है कि आरोपी छात्र सीसीटीवी फुटेज में प्रदुमन को बाथरूम में ले जाता दिख भी रहा है। ऐसी सूरत में सीबीआई ने अशोक को क्लीन चिट देते हुए अब इस 11वीं कक्षा के छात्र को ज्यूवेनाइल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है।
अशोक कुमार बरी है लेकिन अब वह गुरुग्राम पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने वाला है। उसके परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उसे नशे की डोज दी और उससे उसका जुर्म कबूलवा लिया। पुलिस ने उसे प्रताड़ित भी किया और झूठे मामले में एक 7 साल के बच्चे की हत्या का आरोपी करार दे दिया। अब वह उन सभी पुलिस अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगा, जिन्होंने उस पर दबाव बनाकर उसे झूठे मुकदमें में फंसाया और उससे जुर्म का कबूलनामा लिखवाया।