नई दिल्ली । देश में आखिर ये कैसे हालात हैं कि अब जजों को भी फैसला सुनाने में डर लगने लगा है। कुछ ऐसा ही वाक्या सामने आया है गुजरात से, जहां एक RTI कार्यकर्ता की हत्या के मामले की सुनवाई कर रहे CBI के विशेष जज केएम दवे ने अपने और परिवार के लिए सुरक्षा की मांग कर डाली है। जस्टिस दवे ने पूरे परिवार के लिए 24 घंटे सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि इस हत्या के मामले में आरोपी एक पूर्व भाजपा सांसद दीनू बोघा सोलंकी है, जो इस समय जमानत पर है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जस्टिस दवे ने यह मांग की है।
सीबीआई डायरेक्टर को लिखा पत्र
बता दें कि आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या के मामले में भाजपा के पूर्व सांसद आरोपी हैं । इस मुकदमे की शुरुआत से ही एक-एक करके सभी गवाह अपने बयानों से मुकरने लगे हैं। जानकारी के अनुसार, इस हत्याकांड के 195 गवाहों में से 105 अभी तक अपने बयानों से मुकर गए हैं। ऐसे में इस समय मामले की जांच कर रहे जस्टिस दवे की ओर से सीबीआई डायरेक्टर को पत्र लिखकर अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की गई है।
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अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की जाए
एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक , जस्टिस दवे की तरफ से गत जून में तत्कालीन प्रिंसिपल सेशल जज ए आर पटेल ने सीबीआई डायरेक्टर को सुरक्षा के संबंध में पत्र लिखा । पत्र में प्रिंसिपल जज ने कहा कि स्पेशल जज के एम दवे आरटीआई कार्यकर्ता अमित जेठवा की हत्या जैसे संवेदनशील मामले की सुनवाई कर रहे हैं । ऐसे में इनके आवास पर अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
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सुरक्षा व्यवस्था का होगा आकलन
सीबीआई के एक अधिकारी ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया है कि इस मामले को लेकर केंद्र सरकार ने हाल में सुरक्षा व्यवस्था का आकलन करने का आदेश दिया है। आईबी की आकलन रिपोर्ट के बाद ही उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी।
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