नई दिल्ली । देश के तीन राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों के बीच जुबानी जंग जहां चरम पर है, वहीं आरोप प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। इस सब के बीच पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांधी परिवार को लेकर किए गए हमलों और कांग्रेसियों को दी गई चुनौती पर करार प्रहार करते हुए गांधी परिवार से बाहर से बने 15 कांग्रेस अध्यक्षों के नाम गिनाएं हैं। इस दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए चिदंबरम ने कहा कि वह आभारी हैं कि पीएम इस बात को लेकर 'चिंतित' हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष किसे निर्वाचित किया गया और उनके पास इस बारे में बात करने के लिए काफी वक्त है। उन्होंने कहा, क्या वह नोटबंदी, जीएसटी, राफेल और आरबीआई के बारे में बात करने में इसका आधा समय भी देंगे।'
बता दें कि शुक्रवार को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस सरकार समते गांधी परिवार पर भी कटाक्ष किए थे। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में चुनावी जनसभा में पीएम ने कहा था कि मैं तो हर रोज अपने चार सालों का हिसाब देता हूं। कांग्रेस वाले अभी भी आंसू बहाते हैं कि चायवाला देश का प्रधानमंत्री कैसे बन गया। जब तक आप लोकतंत्र को नहीं समझोगे तो चायवाले को गाली देते रहोगे। ये कह रहे हैं कि नेहरू की वजह से चायवाला प्रधानमंत्री बना, तो एक बार 5 साल के लिए अपने परिवार के बिना किसी को पार्टी का अध्यक्ष बनाकर दिखा दो।
पीएम मोदी की इस चुनौती के बाद शनिवार को कांग्रेसी दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने पीएम मोदी की याददाश्त पर कटाक्ष मारते हुए ट्वीट किया कि 1947 में आजादी के बाद से कांग्रेस में 15 ऐसे अध्यक्ष हुए जो गैर गांधी परिवार से थे। चिदंबरम ने ट्वीट कर अध्यक्षों के नाम गिनाए और कहा कि कांग्रेस को स्वतंत्रता के बाद बाबासाहेब भीम राव आंबेडकर, लाल बहादुर शास्त्री, के. कामराज और मनमोहन सिंह जैसे सामान्य पृष्ठभूमि के नेताओं और आजादी से पहले कई अन्य हजारों नेताओं पर गर्व है।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी की याददाश्त सही करने के लिए : 1947 के बाद कांग्रेस अध्यक्षों में आचार्य कृपलानी, पट्टाभी सीतारमैया, पुरुषोत्तमदास टंडन, यू एन धेबर, संजीव रेड्डी, संजीवैया, कामराज, निजलिंगप्पा, सी सुब्रमण्यम, जगजीवन राम, शंकर दयाल शर्मा, डी के बरुआ, ब्रह्मानंद रेड्डी, पी वी नरसिम्हा राव और सीताराम केसरी हैं।