बीजिंग।
भारत और चीन के बीच चल रहे डोकलाम विवाद को लेकर चीन रोज भारत पर नए—नए आरोप लगा रहा है। उसने विवाद को लेकर बुधवार को 15 पेज का बयान जारी किया। बयान में चीन ने कहा कि भारत डोकलाम से तत्काल और बिना शर्त के अपनी सेनाएं हटाए। बयान में चीन ने भारत पर भूटान को एक बहाने के तौर पर इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया।
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चीन ने कहा कि चीन—भूटान सीमा विवाद चीन और भूटानक के बीच की बात है। भारत इसमें तीसरे पक्ष के तौर पर हस्तक्षेप कर रहा है। चीन ने कहा, 400 के करीब भारतीय सेना के जवान चीनी क्षेत्र में 180 मीटर तक घुस आए और जुलाई महीने के अंत तक 40 से ज्यादा जवान और बुलडोजर अवैध रूप से चीनी क्षेत्र में मौजूद थी। यह बहुत गंभीर घटना है।
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बयान में कहा गया है कि चीन अपनी जमीन की रक्षा करने में सक्षम है, कोई भी देश हमारी संप्रभुता को चुनौती नहीं दे सकता है। चीन ने कहा है कि चीनी सेना किसी भी तरह के विरोधी को झेलने की क्षमता रखती है। चीन का यह बयाह हाल ही में चीन के उन बयानों की पुनरावृत्ति है, जिसमें चीन ने भारतर पर डोकलाम विवाद को लेकर आरोप लगाए हैं। चीन ने बीजिंग की ओर से इस तरह के बयान विदेश मंत्रालय और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ओर से हाल के हफ्तों में आए बयानों की पुनरावृत्ति है। इस 15 पेज के बयान से पहले मंगलवार को ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि चीन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कभी समझौता नहीं करेगा और उसकी सेना हर हमले को विफल करने के लिए आश्वस्त हैं।
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बता दें कि डोकलाम में चीनी सेना द्वारा सड़क निर्माण का प्रयास करने के बाद 16 जून को भारत से उसका सैन्य गतिरोध शुरु हुआ। भारत ने सड़क निर्माण का विरोध करते हुए कहा है कि इससे भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से चीन हमारा संपर्क आसानी से काट सकता है। भारत ने इसका विरोध करते हुए भारतीय फौजों की तैनाती को बढ़ा दिया। इससे चीन बौखलाया हुआ है और लगातार भारत से सेना को वापस बुलाने की धमकी दे रहा है।