नई दिल्ली । भारत में जहां भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कई तरह के कानून बनाए गए हैं। इसी क्रम में गर्भ में पल रहे शिशु की पहचान बताना एक अपराध घोषित हैं, लेकिन भारत में इस कानून को चुनौती दे रही है चीन की एक किट। दावा किया जा रहा है कि इस किट की मदद से गर्भवती महिला के खून की जांच करके उसके पेट में पल रहे बच्चे का लिंग जाना जा सकता है। खबर है कि चीन की इस प्रतिबंधित किट से भारत में लिंग की जांच का खेल पिछले कुछ समय से चल रहा है। गुपचुप तरीके से चीनी किट भारत में खपाई जा रही है। हरियाणा समेत दूसरे राज्यों में किट पकड़ी गई हैं। चिकित्सा विज्ञान में इसे फिटल हीमोग्लोबिन जांच कहते हैं।
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बता दें कि भारत में अल्ट्रासाउट केंद्रों को लिंग की पहचान बताने पर कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ता है। जन्म से पूर्व लिंग की पहचान बताना भारत में अपराध है। लेकिन गत अप्रैल से भारत सरकार की इस मुहिम को करारा झटका लग रहा है। मुंबई और हरियामा में चीन से निर्मित एक किट काफी प्रचलन में आ रही है, जो गर्भवती महिला की खून की जांच करके बता देती है कि उसके गर्भ में पलने वाला लड़का है या लड़की। अकेले हरियाणा में गर्भस्थ का लिंग पता करने के 80 मामले प्रकाश में आ चुके हैं। इस मामले में 10 से ज्यादा लोगों पर कानूनी कार्रवाई हो चुकी हैं।
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कुछ रिपोर्टस के मुताबिक, चीन से आयतित इस किट से इस तरह का घिनौना खेल खेला जा रहा है और सरकार इसे रोक पाने में असफल साबित हो रही है। गर्भवति महिला के खून के नमूने से उसके गर्भ में पल रहे लिंग का पता लगाया जा रहा है। खून की दो बूंद किट पर रखी जाती है। नतीजा सामने आ जाता है।
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वहीं इस मामले में चीनी किट की खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों पर निगरानी करना और उनके लिए एक जांच तंत्र बनाना काफी बड़ी चुनौती है। हालांकि भारत जैसे देश में जहां कन्या भ्रूण हत्या के मामले को लेकर सरकार व्यापक स्तर पर कई कार्यक्रम करने के साथ ही कई व्यवस्थाएं लागू करती आ रही है, उसके लिए ऐसी किट का भारत में मिलना गंभीर बात है।