नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब भी राजनीतिक दलों के बीच आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर जारी है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक बयान ने आग में घी डालने का काम किया है। ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में कहा कि, ‘उनकी पार्टी भाजपा की तरह आतंकी संगठन नहीं है। भाजपा न सिर्फ इसाई और मुसलमानों को आपस में लड़वा रही है बल्कि हिंदुओं को भी बांटने का काम कर रही है।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी भाजपा पर हमला करते हुए यहीं नहीं रुके और आगे कहा कि भाजपा के नेता घमंड में चूर हो गए हैं। वे मुसलमानों और ईसाइयों को बिल्कुल भी पसंद नहीं करते हैं। यहां तक वह हिन्दुओं को भी आपस में बांटने का काम कर रही है। भाजपा के कार्यकर्ता लोगों को पीट-पीटकर मार रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई के पूरे देश मंे 6 महीने के अंदर लोकसभा के चुनाव हो सकते हैं।
बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय पर प्रदर्शन किया था जिसमें आसनसोल से भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, सांसद प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी शिरकत की थी। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि मई में पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक आंदोलन में शहीद हुए दलित कार्यकर्ता त्रिलोचन महतो का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भाजपा शीघ्र ही पश्चिम बंगाल को ममता बनर्जी के कुशासन से मुक्त कराएगी।
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पुलिस ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने घोष के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 143/186/188/506 के तहत केस दर्ज किया। बता दें कि घोष ने मंगलवार को जलपाईगुड़ी में कथित तौर पर ऐसा भाषण दिया। गौर करने ए वाली बात है कि भाजपा अध्यक्ष ने अपने भाषण में कहा था कि हमारे सब्र की भी सीमा है। हमने कोई बाॅन्ड लिखकर नहीं दिया है कि हमला करने वालों को हम रसगुल्ला खिलाएंगे। उन्हें बम के बदले बम और गोली के बदले गोली से जवाब दिया जाएगा।