लखनऊ। यूपी के बुलंदशहर कांड पर पूरी तरह से घिरने के बाद गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए इसकी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से पहले ही इस बात की घोषणा की गई है कि पीड़ित परिवार को 40 लाख और शहीद इंस्पेक्टर के माता-पिता को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। पुलिस के मुखिया ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी जिले में गोकशी की घटना होने पर एसपी और डीएम को जिम्मेदार माना जाएगा।
गौरतलब है कि परिजनों के सीएम से मिलने के दौरान डीजीपी भी वहां मौजूद थे। उन्होंने कहा कि परिवार को हर तरह की सहायता दी जाएगी। इसके साथ ही सीएम ने दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। बता दें कि बुलंदशहर कांड का मुख्य आरोपी अभी भी फरार है, हालांकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार और 4 लोगों को हिरासत में लिया है।
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यहां बता दें कि सीएम से मुलाकात के दौरान शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी रजनी ने कहा कि उन्होंने बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन लिया था उसे कैसे चुकाया जाएगा। इस पर सीएम ने उस रकम को राज्य सरकार के द्वारा चुकाए जाने की बात कही।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के डीएम और एसपी को गोकशी रोकने के सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगर किसी भी जिले में गोकशी की घटना होती है तो इसके लिए सीधे तौर पर उन्हें ही जिम्मेदार माना जाएगा। गौर करने वाली बात है कि बुलंदशहर में सोमवार को गोकशी के शक में हिंसा भड़क उठी थी। इस हिंसा में एक इंस्पेक्टर और एक नौजवान सुमित चौधरी की मौत हो गई थी।