नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने मालेगांव ब्लास्ट केस के आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित को नौ सालों के बाद जमानत दे दी है। जमानत की खबर मिलने से जहां एक आंर उनके परिवार में खुशी है वहीं राजनीतिक गलियारों में भी आरोपों का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि कर्नल पुरोहित को जमानत मिलनी ही थी क्योंकि बीजेपी सरकार आरएसएस के सभी आरोपी जो बम धमाकों में शामिल हैं उनको बचा रही है।
जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है बीजेपी
अदालत द्वारा जमानत मिलने के बाद मालेगांव के पूर्व विधायक और जमात-ए-उलमा के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती इस्माइल ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो यह दूसरी सरकार पर एटीएस और एनआईए जैसी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल का आरोप लगाती थी लेकिन अब भाजपा ही जांच एजेंसियों का गलत उपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि अब यह धमाका करने के
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कांग्रेस क्यों दुखी
आरोपी नहीं हैं तो 2006 और 2008 के ब्लास्ट कराने वाले आरोपी कौन हैं। कर्नल पुरोहित की जमानत पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का कहना है कि न्यायालय ने अपना काम किया है और उनको जमानत दी है। सरकार का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। अहीर ने कहा कि कोई भी पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज होता है। कोर्ट ने पूरे मामले का अध्ययन करने के बाद ही उन्हें जमानत दी है। राज्यमंत्री ने उल्टा कांग्रेस से पूछा कि कर्नल पुरोहित की जमानत पर उन्हें इतनी तकलीफ क्यों हो रही है?
कोर्ट ने किया दूध का दूध, पानी का पानी
आपको बता दें कि कर्नल पुरोहित की जमानत पर भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि भगवा आतंकवाद हो ही नहीं सकता। यह केवल भारतीय संस्कृति संत समाज को बदनाम करने के लिए यूपीए सरकार के द्वारा दिया गया एक शब्द था। उन्होंने कहा कि देर ही सही कर्नल पुरोहित को न्याय मिला है।