नई दिल्ली। भारत और फ्रांस के बीच हुए राफेल विमान की डील को लेकर विपक्ष सरकार को लगातार घेरने में लगा हुआ है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान रक्षामंत्री और प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने तक का आरोप लगा दिया था। इन सबके बाद अब पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी सामने आए हैं और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अगर डील सस्ती थी तो 126 विमानों की जगह सिर्फ 26 विमानों की ही खरीद क्यों की गई? रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी प्रेस कांफें्रस कर इसका जवाब दिया है।
गौरतलब है कि पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि राफेल विमान का सौदा यूपीए सरकार के दौरान ही हो गया था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि विमान का सौदा सस्ते मंे हुआ है। अगर विमान का सौदा सस्ते में हुआ तो वायुसेना के लिए जरूरी 126 विमानों की जगह पर सिर्फ 26 विमान ही क्यों खरीदे गए? रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका जवाब देत हुए कहा कि एंटनी अच्छी तरह से जानते हैं कि डील में किस तरह से मोलभाव किया गया था।
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यहां बता दें कि नई दिल्ली में इंडियन वूमेन ऑफ प्रेस कार्प्स के कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि राफेल विमानों की डील यूपीए के समय में नहीं हुई थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यूपीए के कार्यकाल के दौरान ही हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को डील से बाहर किया गया था। कम विमान खरीदने के जवाब में उन्होंने कहा कि हमने उतने ही विमान का ऑर्डर किया जितने की अभी जरूरत थी। 126 लड़ाकू विमानांे की खरीद के लिए और समय चाहिए।