नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक के कार्यक्रम में जाने का लगातार विरोध करने वाली कांग्रेस पार्टी के सुर उनके भाषण के बाद बदल गए हैं। कांग्रेस नेता अब इसे अपनी वैचारिक जीत के रूप में देख रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति के संबोधन के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने आरएसएस को उसके घर में ही सच्चाई का आईना दिखाया है। कांग्रेस ने माना कि पूर्व राष्ट्रपति के संघ मुख्यालय जाने को लेकर चर्चा, विवाद और चिंताएं थीं।
गौरतलब है कि आरएसएस के कार्यक्रम में आने का निमंत्रण स्वीकारने के बाद पूर्व राष्ट्रपति का उनकी अपनी ही पार्टी के नेताओं ने जमकर विरोध किया था। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से लेकर कांग्रेस के चाणक्य माने जाने वाले अहमद पटेल ने भी उनका विरोध किया। यहां तक की प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी पिता को कार्यक्रम में न जाने की नसीहत दी थी। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा था कि भाजपा सिर्फ उनकी तस्वीरों को पूरी दुनिया को दिखाएगी जबकि उनके भाषण को भुला दिया जाएगा।
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यहां बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति ने संघ के कार्यक्रम में वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश मंे संवाद की प्रक्रिया हमेशा जारी रहनी चाहिए। उन्होंने भारत की विविधता को ही देश की विशेषता बताया था। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी विशेषता उसका सहिष्णु होना है, यही वजह है कि इतने सालों से यहां अलग-अलग धर्मों को मानने वाले करोड़ों लोग एक साथ रह रहे हैं। उनके भाषण के बाद कांग्रेस के नेताओं के सुर बिल्कुल ही बदल गए। पूर्व राष्ट्रपति की प्रशंसा करते हुए पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने आरएसएस को उनके गढ़ में जाकर आईना दिखाने का काम किया है। सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने वर्तमान मोदी सरकार को राजधर्म की भी याद दिलाई है।