बेंगलुरु । कर्नाटक के रण में भले ही सत्ता के लिए जारी ''युद्ध'' खत्म हो गया हो लेकिन अब सत्ता में पद के लिए कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के भीतर ही अंतरकलह बार-बार सामने आ रही है। जहां अभी तक कांग्रेस के कुछ लिंगायत समुदाय के विधायकों ने राज्य का उपमुख्यमंत्री उनके समुदाय से बनाने की मांग की थी , वहीं अब कांग्रेस के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी मांग रख दी है। इन विधायकों की मांग है कि राज्य का उपमुख्यमंत्री मुस्लिम समुदाय का होना चाहिए। हालांकि इससे पहले जेडीएस की तरफ से भी ऐसे संकेत मिले थे कि वो किसी मुस्लिम समुदाय के विधायक को उपमुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। हालांकि कांग्रेस की ओर से विधायक परमेश्वर का नाम उपमुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे ऊपर चल रहा है। ऐसे में राज्य में डिप्टी सीएम पद के लिए घमासान मचता नजर आ रहा है।
ये भी पढ़ें - गृहमंत्री ने किया साफ, जवाब से जवाबी कार्रवाई पर कोई भी सवाल नहीं पूछेगा, जल्द सील होगी पाक सीमा
बता दें कि पिछले दिनों विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद भाजपा ने ढाई दिन की सरकार बनाई लेकिन बहुमत साबित करने से पहले ही येदुरप्पा ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सीएम पद के लिए कुमार स्वामी का नाम तो तय हो गया लेकिन अब दोनों विरोधी दलों के गठबंधन होने के बाद बीच-बीच में पदों को लेकर गतिरोध नजर आ रहा है। पिछले दिनों कांग्रेस के लिंगायत समुदाय के विधायकों ने मांग रखी थी कि राज्य का उपमुख्यमंत्री बनना चाहिए जो उनके समुदाय का हो। उनका कहना था कि उन्हें भाजपा की ओर से अपने खेमें में शामिल होने के लिए काफी प्रलोभन दिया गया था लेकिन वह गठबंधन के साथ ही रहे। ऐसे में उनके समुदाय के नेता को डिप्टी सीएम बनाया जाए।
ये भी पढ़ें - पाकिस्तान की ''सुरंग वाली साजिश'' का पर्दाफाश, नापाक हरकतों के चलते भारतीय सीमा और घाटी में हाई अलर्ट
अब इस मामले में कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों ने अपनी मांग पार्टी आलाकमान और गठबंधन के सामने रख दी है। खबर है कि कांग्रेस के मुस्लिम विधायकों ने किसी मुस्लिम को ही उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है। ऐसे में एक बार फिर से उपमुख्यमंत्री पद के लिए गतिरोध पैदा होता नजर आ रहा है।
ये भी पढ़ें - कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पर बरसे भाजपाध्यक्ष- कहा, कांग्रेस ने पूरा अस्तबल ही बेच खाया
हालांकि इससे पहले जेडीएस प्रमुख देवेगौड़ा ने खुलासा किया था कि उन्होंने सीएम पद के लिए कांग्रेस को भी न्योता दिया था लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया था। लेकिन अब बुधवार को जेडीएस नेता कुमार स्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। लेकिन इस दौरान अब देखना रोचक होगा कि किसे उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाती है। अगर लिंगायत और मुस्लिम समुदाय के नेता को इस पद नहीं बैठाया गया तो गठबंधन में कुछ दरारें नजर आ सकती हैं।
ये भी पढ़ें - बैंक प्रबंधन ने कर्मचारियों की दी चेतावनी, हड़ताल में शामिल हुए तो जा सकती है नौकरी