नई दिल्ली । कर्नाटक में भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आने, ऐसे में यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के त्वरित एक्शन लेते हुए जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देने की बात कहने और इस सब के बाद राजभवन के बाहर प्रदर्शन को लेकर भले ही हाई वोल्टेज ड्रामा मचा रहा हो, लेकिन इस सब के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का कोई बयान सामने नहीं आता था। बहरहाल, अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपना मुंह खोलते हुए भाजपा पर जमकर कटाक्ष किए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर कहा कि पूरे देश में डर फैलाया जा रहा है। एक शक्ति डर का फायदा उठा रही है। पीएम मोदी के आगे कोई कुछ बोल नहीं पाता। हर संस्था में आरएसएस के लोगों को भरा जा रहा है। ऐसा या तो पाकिस्तान में होता या फिर तानाशाही में होता है। भारतीय जनता पार्टी के शासन में हिन्दुस्तान का हाल तो पाकिस्तान जैसा हो गया है।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित एक जन स्वाराज सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने साथ ही कहा कि देश की शीर्ष अदालत के जज डराए जा रहे हैं। इस सब के चलते ही सुप्रीम कोर्ट के जजों को अपनी बात रखने के लिए जनता के बीच जाना पड़ रहा है। कर्नाटक में आपने देखा होगा। सारे विधायक एक तरह खड़े हैं और राज्यपाल दूसरी ओर । इसका मतलब क्या है. जेडीएस विधायक को 100 करोड़ रुपए ऑफर किए गए।
अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में कहा गया है कि अगर कोई 8वीं या 10वीं पास नहीं है तो वो पंचायत का चुनाव नहीं लड़ सकता। ऐसा सांसदों और विधायकों के बारे में क्यों नहीं कहा गया।
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बता दें कि कर्नाटक चुनावों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के बजाए यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के सक्रिय होने और गुलाम नबीं आजाद को जेडीएस से बिना शर्त समर्थन दिए जाने संबंधी बाते करने के निर्देश देने के बाद से राज्य की सियासत गर्मा गई थी। सूबे में कांग्रेस ने 38 सीट जीतने वाली देवगौड़ा की जनता दल (एस) पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने और उनकी पार्टी का ही सीएम बनाने का आश्वासन देने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद जेडीएस नेता कुमार स्वामी सक्रिय हुए और उन्होंने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश भी किया था लेकिन राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी को ही सरकार बनाने का न्योता दिया है। इतना ही नहीं उन्हें बहुमत साबित करने के लिए भी 15 दिनों का समय दिया गया है।
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