नई दिल्ली । जहां एक ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी में लोकसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति के तहत रैलियों और बैठकों के दौर में व्यस्त हैं, वहीं दिल्ली में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। वाड्रा की अग्रिम जमानत पर दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट इस मामले में 1 अप्रैल को सुनवाई करेगा। ऐसे में अब 1 अप्रैल को तय हो सकता है कि वाड्रा प्रवर्तन निदेशालय यानी ED की हिरासत में जाएंगे या उन्हें फिर से अग्रीम जमानत मिल जाएगी । जहां ईडी ने गुरुवार को कोर्ट में वाड्रा की जमानत का विरोध किया, वहीं वाड्रा के वकीलों ने ईडी की वाड्रा को हिरासत में लिए जाने की मांग का विरोध किया। अब कोर्ट 1 अप्रैल को 4 बजे अपना फैसला सुनाएगी ।
ईडी बोला हमारे पास सबूत , हिरासत में चाहिए वाड्रा
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में रॉबर्ट वाड्रा की अग्रिम जमानत को लेकर सुनवाई हुई । इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि उनके पास वाड्रा के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े कई सबूत हैं। उनसे पूछताछ के लिए ईडी ने उनकी अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज किए जाने की मांग करते हुए उन्हें हिरासत में दिए जाने की मांग कर डाली। कोर्ट में ईडी ने पिछली सुनवाई में कहा था कि वाड्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में उनसे पूछताछ होना जरूरी है।
वाड्रा के वकील बोले - आरोप बेबुनियाद
जहां एक ओर ईडी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने की मांग कोर्ट से कर रही थी, वहीं वाड्रा के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ईडी के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। इस सब के बाद कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका पर 1 अप्रैल को शाम 4 बजे अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। इस दौरान कोर्ट ने साफ किया कि फैसला सुनाए जाने तक रॉबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी नहीं हो सकेंगी ।