लखनऊ। ऐसा लगता है कि उत्तरप्रदेश मंे कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। अपराधियों का एनकाउंटर करने में पुलिस इतनी व्यस्त हो गई है कि उन्हें आम लोगों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। बुलंदशहर में हुई भयानक वारदात के बाद अब लखनऊ के अमीनाबाद इलाके में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी पर चाकू से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। बताया जा रहा है कि एक हफ्ता पहले युवती से छेड़खानी मामले में पड़ोसियों से उनका विवाद हो गया था। नेता की हत्या के बाद उनके समर्थकों ने ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर हंगामा किया। इसके बाद मौके पर कई थानों की पुलिस एवं पीएसी को तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद ही इस बात का ऐलान किया था कि अपराधी या तो अपराध छोड़ दें या फिर यूपी छोड़ दें। उनके इस ऐलान के बाद पुलिस ने एनकाउंटर कर अपराधियों को खत्म करने का काम शुरू कर दिया। अपराधियों पर लगाम लगाने की कवायद के बावजूद यहां अपराध कम नहीं हो रहे हैं। सोमवार को खुफिया इनपुट के बाद भी बुलंदशहर में इतनी बड़ी वारदात हो गई जिसमें यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई।
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यहां बता दें कि अभी पुलिस इस मामले की जांच में जुटी ही थी कि लखनऊ के अमीनाबाद इलाके में अपराधियों ने भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के नेता प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। खबरों के अनुसार हत्या का शक पड़ोसियों पर जताया जा रहा है क्योंकि एक हफ्ता पहले युवती से छेड़छाड़ मामले में उनका पड़ोसियों से विवाद हो गया था। युवती ने प्रत्यूषमणि पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्रत्यूष का कहना था कि युवती ने फेसबुक पर उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी उसे स्वीकार नहीं करने पर लड़की ने अपने भाइयों से हमला कराया। पुलिस ने प्रत्यूष की भी प्राथमिकी दर्ज की थी। परिवारजनों का कहना है कि हफ्ता भर पहले भी प्रत्यूष पर हमला किया गया था लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।