नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आई भारी गिरावट के बाद अब संभावना जताई जा रही है कि देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में जल्द ही गिरावट दर्ज होगी । अंतरराष्ट्रीय बाजार में दामों में आई गिरावट के साथ ही भारत में घरेलू वायदा बाजार में भी कच्चे तेल के वायदा सौदों में करीब 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई । यही कारण है कि भारत में लोगों को पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है । इस सब के पीछे दुनिया के प्रमुख तेल उत्पादक देश सऊदी अरब के उस बयान को भी माना जा रहा है , जिसमें कहा गया है कि वह बाजार में संतुलन लाने की कोशिश करेगा ।
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जानकारों के अनुसार , तेल निर्यात देशों का समूह ओपेक ने इस संबंध में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है कि वह तेल के उत्पादन में कटौती के अपने फैसले को वापस लेने जा रहा है, लेकिन ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब का यह बड़ा बयान है कि वह खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम करने की दिशा में प्रयास करने के साथ-साथ तेल बाजार में मांग और पूर्ति के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करेगा ।
वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंट्र क्रूड का जुलाई सौदा पिछले सत्र से 0.64 फीसदी फिसलकर 71.72 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि अमेरिकी लाइट क्रूड डब्ल्यूटीआई का जुलाई अनुबंध नायमैक्स पर 0.87 फीसदी की कमजोरी के साथ 62.58 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था ।