नई दिल्ली। नई दिल्ली में दयाल सिंह ईवनिंग काॅलेज का नाम बदलकर ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ कर दिया गया है। काॅलेज की गवर्निंग बाॅडी के द्वारा लिए गए इस फैसले पर विवाद शुरू हो गया है। छात्रों का एक गुट इस फैसले का विरोध कर रहा है। बता दें कि दयाल सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल पवन शर्मा ने इस मामले पर कहा कि वंदे मातरम नाम रखने में कोई आपत्ति नहीं है।
डीयू का पहला ईवनिंग काॅलेज
गौरतलब है कि पवन शर्मा ने बताया कि इसमें कोई ऐतराज नहीं है। उन्होंने कहा कि कई काॅलेजों के नाम तो ऐसे लोगों के नाम पर हैं जिन्हें कोई जानता तक नहीं है। वंदे मातरम तो देश को एक सूत्र में जोड़ने वाला शब्द है। इसके नाम पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। वहीं एनएसयूआई की आपत्ति हम खारिज करते हैं, क्योंकि वही सिर्फ इसका विरोध कर रहे हैं। यहां बता दें कि दयाल सिंह काॅलेज साल 1958 से चल रहा है। दयाल सिंह कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी का पहला ईवनिंग कॉलेज है।
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बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग
आपको बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (डूसू) के उपाध्यक्ष कुणाल सहरावत ने कहा है कि हमें नाम बदलकर नया नाम रखने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उससे पहले कॉलेज में बुनियादी सुविधाओं का विकास तो करना चाहिए। बच्चों की कक्षाएं टूटे हुए कमरे में और गोदामों में लग रही हैं और लोग सिर्फ नाम बदलने में लगे हैं।