नई दिल्ली। मौसम की मार झेल रहे राजधानी के लोगों को अब एक और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली-एनसीआर में कभी भी ब्लैक आउट हो सकता है। बता दें कि एनसीआर के कई पावर प्लांट में कोयले की कमी होने से ब्लैक आउट होने का खतरा मंडरा रहा है। इस बारे में दिल्ली सरकार के मंत्री सतेंद्र जैन ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिख कर हस्तक्षेप करने की मांग की है। इसकी वजह यह है कि पावर प्लांट तक कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे का रैक उपलब्ध नहीं है।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के मंत्री सतेन्द्र जैन ने केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर बताया है कि दिल्ली-एनसीआर के दादरी-1, 2 व बदरपुर थर्मल पावर स्टेशन में कोयले का स्टॉक कम है। कई प्लांट में कुछ ही दिन का स्टॉक बचा है। ऐसे में कोयले की कमी के चलते बिजली के उत्पादन पर असर पड़ सकता है। सतेन्द्र जैन से अपने पत्र में लिखा कि पावर प्लांट तक कोयला पहुंचाने के लिए रेलवे रैक की उपलब्धता का नहीं होना भी बताया जा रहा है।
ये भी पढ़ें - बांद्रा-वर्ली सी-लिंक पर तैरता रेस्टोरेंट डूबा, सभी 15 लोगों को बचाया गया
यहां बता दें कि सतेन्द्र जैन ने पीयूष गोयल को पत्र इसलिए लिखा क्योंकि उनके पास रेलवे मंत्रालय भी है। उन्होंने अनुरोध किया कि इस मसले का समाधान जल्द किया जाए। जैन ने बताया कि झज्जर पावर प्लांट में भी कोयले की किल्लत है। यदि जल्द आपूर्ति नहीं की गई तो दिल्ली में ब्लैक आउट के हालात हो जाएंगे।
गौर करने वाली बात है कि दिल्ली-एनसीआर में गर्मी तेजी से बढ़ रही है ऐसे में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस मौसम में मांग करीब 7,000 मेगावाट तक पहुंच सकती है। बता दें कि पिछले साल गर्मी में दिल्ली में एक दिन में अधिकतम मांग 6500 मेगावाट के करीब रही थी।