नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से जारी 218 उम्मीदवारों की सूची के बाद टिकटों को लेकर अंदरूनी विरोध भी सामने आने लगा है। टिकट न मिलने से नाराज कई नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। वहीं कुछ नेता बड़े नेताओं के बेटे को टिकट दिए जाने से भी नाराज हैं। कांग्रेसी नेताओं के इस आपसी विरोध पर चुटकी लेते हुए भाजपा के नेता सदानंद गौड़ा ने कहा कि परिवार की राजनीति करना कांग्रेस की नीति रही है जबकि भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर शायद ही इस तरह का विवाद होता है।
गौरतलब है कि पहले सीएम सिद्धारमैया की सीट को लेकर ही असमंजस बनी हुई थी। बाद में सिद्धारमैया की तरफ से सोशल मीडिया पर खुद के चामुंडेश्वरी से ही चुनाव लड़ने की बात कह बादामी इलाके के लोगों को धन्यवाद दिया। टिकट बंटवारे को लेकर मंगलूर में कांग्रेसी समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस समर्थकों ने अपने ही नेतृत्व के खिलाफ खूब तोड़फोड़ की है।
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यहां बता दें कि कांग्रेस के सिर फुटौव्वल पर चुटकी लेते हुए भाजपा नेता सदानंद गौड़ा ने परिवारवाद की राजनीति को आगे बढ़ाना कांग्रेस की नीति रही है। गौड़ा ने आगे कहा कि इस चुनाव में भी कांग्रेस ने किसी नए चेहरे को प्रमोट नहीं किया है। सदानंद गौड़ा ने कहा कि हां, हमलोग भी नेताओं के परिवार वालों को टिकट देते हैं लेकिन वह मामले अपवाद ही होते हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 12 मई को होने हैं। कांग्रेस पार्टी यहां अपनी बची खुची मिल्कियत को बचाने के लिए जी जान से लगी हुई है वहीं बीजेपी एक बार फिर देश से कांग्रेस के सफाये के नारे के साथ मैदान मे उतर रही है। कांग्रेस पार्टी ने कल जैसे ही 218 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की वैसे ही पार्टी में हंगामा शुरू हो गया है। टिकट बंटवारे को लेकर मंगलूरू में कांग्रेस के कार्यकर्ता सुबह से ही पार्टी के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।